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वित्त मंत्री ने बजट भाषण में बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी पर बैन का ऐलान किया है. बजट भाषण में उन्होंने कहा ऐसी सारी करेंसी देश में गैरकानूनी है ऐसे में मान्यता नहीं दी जा सकती और इस पर रोक लगेगी.
वित्त मंत्री के ऐलान के बाद ही बिटकॉइन की कीमतें देश में गिर रही हैं. इससे पहले भी पूरी दुनिया में बिटकॉइन की कीमतों में कई बार भारी गिरावट देखने को मिली है. बिटकॉइन के इस हश्र के बाद बाजार पर नजर रखने वालों के बीच एक साल से चले आ रहे इस सवाल को और गंभीर बना दिया है कि क्या ये क्रिप्टोकरेंसी दुनिया में ट्यूलिपमेनिया और डॉटकॉम बुलबुले के बाद दुनिया का सबसे कुख्यात बुलबुला साबित हो गई.
बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ऐलान किया कि यह गैरकानूनी है और सरकार इसे मान्यता नहीं देती है. हालांकि सरकार ने साफ किया है कि वह क्रिप्टोकरेंसी के लिए अपनी टेक्नोलॉजी लाएगी. आरबीआई ने संकेत दिया है वह क्रिप्टोकरेंसीकी बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए अपनी क्रिप्टोकरेंसी भी ला सकती है. क्योंकि उसे मौजूदा नॉन फिएट क्रिप्टोकरेंसी पर भरोसा नहीं है. सरकार का भी कहना है कि वह क्रिप्टोकरेंसी को सपोर्ट करने वाली ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी लाएगी.
अगर अब तक आपको ये नहीं पता चला कि आखिर बिटकॉइन क्या बला है, तो जान लीजिए कि ये एक वर्चुअल करेंसी है. मतलब वर्चुअल दुनिया की वर्चुअल करेंसी, जिसका कोई फंडामेंटल आधार नहीं है. जैसे गोल्ड एक धातु है, जिसकी अपनी वैल्यू होती है. डॉलर कितना महंगा या सस्ता होगा, ये अमेरिकी अर्थव्यवस्था की हालत पर निर्भर होता है. रुपये की वैल्यू हमारी अर्थव्यवस्था से जुड़ा है. पाउंड की सेहत यूके की अर्थव्यवस्था पर निर्भर है, जबकि येन का जापान की अर्थव्यवस्था पर. इससे अलग, बिटकॉइन की अपनी कोई वैल्यू नहीं होती है.
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