फ्लोटिंग रेट बॉन्ड: क्या आपको भी निवेश करना चाहिए? बड़ी बातें
फ्लोटिंग रेट सेविंग बॉन्ड्स, 2020 से जुड़ी अहम बातें
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सांकेतिक तस्वीर
(फोटो: iStock)
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सरकार 1 जुलाई से फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड्स, 2020 (टेक्सेबल) जारी करेगी. इन बॉन्ड से लोगों को सुरक्षित सरकारी साधनों में निवेश करने का मौका मिलेगा.
ये बॉन्ड 7 साल के होंगे और इनके ऊपर साल में दो बार - एक जनवरी और एक जुलाई को - ब्याज दिया जाएगा. एक जनवरी 2021 को दिए जाने वाले ब्याज की दर 7.15 फीसदी होगी. हर अगली छमाही के लिए 6-6 महीने बाद ब्याज दर नए सिरे से निर्धारित की जाएगी.
अंग्रेजी अखबार द इकनॉमिक टाइम्स ने आरबीआई की प्रेस रिलीज के हवाले से बताया है कि इन बॉन्ड में इंडिविजुअल्स (ज्वाइंट होल्डिंग्स सहित) और हिंदू अनडिवाइडेड फैमिलीज (एचयूएफ) निवेश कर सकते हैं. एनआरआई इन बॉन्ड में निवेश नहीं कर सकते.
निवेश कैसे किया जा सकेगा?
नकद, ड्राफ्ट, चेक या इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से इन बॉन्ड्स में निवेश किया जा सकेगा. नकद से सिर्फ 20 हजार रुपये तक के निवेश की सुविधा मिलेगी.
कितना निवेश किया जा सकता है?
बॉन्ड में निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं होगी. न्यूनतम निवेश 1,000 रुपये से शुरू होगा और 1,000 रुपये के मल्टीपल्स में होगा
इन बातों का भी रखें ध्यान
इन बॉन्ड के ऊपर ब्याज के एकमुश्त भुगतान का विकल्प नहीं होगा.
बॉन्ड का पुनर्भुगतान उसके जारी होने के सात साल पूरे होने पर किया जाएगा.
परिपक्वता से पहले बॉन्ड भुनाने का विकल्प वरिष्ठ नागरिकों की विशिष्ट श्रेणी को दिया जाएगा.
ये बॉन्ड सेकेंडरी मार्केट में टेड्रिंग के लिए एलिजिबल नहीं हैं. इनका इस्तेमाल बैंकों, वित्तीय संस्थानों, एनबीएफसी आदि से लोन के लिए कोलेटरल के तौर पर नहीं किया जा सकेगा.