Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Business Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Aapka paisa  Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019ऑर्चिड फार्मा: 4 महीने में शेयर ने दिया 8700% रिटर्न, क्या है राज?

ऑर्चिड फार्मा: 4 महीने में शेयर ने दिया 8700% रिटर्न, क्या है राज?

शेयर का रिटर्न बीते 135 दिनों में बिटकॉइन से करीब 27 गुणा ज्यादा रहा है.

क्विंट हिंदी
आपका पैसा
Published:
Orchid Pharma share jumps 8700% in 135 days
i
Orchid Pharma share jumps 8700% in 135 days
(फोटोः Twitter)

advertisement

ऐसे समय में जब पूरी दुनिया का ध्यान बिटकॉइन के बड़े रिटर्न पर है, भारतीय शेयर बाजार का एक शेयर रिटर्न के मामलें में क्रिप्टोकरेंसी समेत कई पॉपुलर निवेश के रास्तों को काफी पीछे छोड़ चुका है. दिवालिया हो चुकी कंपनी ऑर्चिड फार्मा (Orchid Pharma) के शेयर का भाव बीते 135 दिनों में 18 रुपये से 1589.20 रुपये पर पहुंच गया. कंपनी के शेयर प्राइस में यह तेजी रुकने का नाम नहीं ले रही है. आइए समझते हैं ऑर्चिड फार्मा के शेयर में जबरदस्त उछाल को-

ऑर्चिड फार्मा की कहानी

Orchid Pharma चेन्नई बेस्ड एक फार्मास्यूटिकल कंपनी है. 1992 में शुरुआत के बाद कंपनी के शेयर पहली बार 1993 में इशू किए गए थे. 1997 में ऑर्चिड फार्मा सबसे कम समय में ISO सर्टिफिकेशन प्राप्त करने वाली फार्मा कंपनी भी बनी थी. हालांकि बाद में चीजें बदली और 2017 में कंपनी को इनसॉल्वेंसी की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा. कंपनी पर 24 बैंकों के कांसोर्टियम का करीब 3200 करोड़ उधार था. NCLT रेजोल्यूशन प्रक्रिया में इसे धानुका लैब्स द्वारा खरीद लिया गया. धानुका लैब्स द्वारा अधिग्रहण के बाद कंपनी के शेयर की 3 नवंबर 2020 को फिर से शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई.

जबरदस्त तेजी की यह है वजह

Orchid Pharma के शेयर ने दोबारा लिस्टिंग यानी 3 नवंबर से अब तक करीब 8700% का रिटर्न दिया है. उदाहरण के लिए अगर किसी निवेशक के पास नवंबर की शुरुआत में कंपनी के ₹1000 के शेयर होते तो उसका मूल्य अब तक बढ़कर ₹87000 से भी ज्यादा हो गया होता.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

ऐसे जबरदस्त रिटर्न की वजह कंपनी के शेयरों का बाजार में कम उपलब्ध होना है. अगर किसी चीज की मांग अधिक होगी और उसकी बाजार में सप्लाई कम, तो स्वाभाविक तौर पर कीमतों में उछाल देखी जाएगी. धानुका लैब्स के पास ऑर्चिड फार्मा की वर्तमान में 98.04% हिस्सेदारी है. इसके अलावा फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन्स के पास 1.19% स्टेक है. बचे शेयरों में 0.1% विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों और 0.4% इंश्योरेंस कंपनियों के पास है.

रोचक यह भी है कि दोबारा लिस्ट होने के बाद हर दिन ऑर्चिड फार्मा के शेयर ने अपने अपर सर्किट को हिट किया है.

वित्तीय प्रदर्शन में आई है गिरावट

Orchid Pharma का वर्तमान में मार्केट कैप 6,486 करोड़ रुपयों का है. 31 दिसंबर, 2020 को समाप्त हुए क्वार्टर में कंपनी का नेट लॉस दिसंबर 2019 तिमाही की तुलना में करीब 10 करोड़ बढ़कर 45 करोड़ पर पहुंच गया. नेट सेल्स (sales) भी ईयर ऑन ईयर 20% गिरते हुए 128.58 करोड़ की तुलना में 102.63 करोड़ पर आ गया.

बिटकॉइन, सेंसेक्स टक्कर में नहीं

बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी बाजार की चमक भी कंपनी के रिटर्न के सामने फीकी पड़ गई है. एलोन मस्क की टेस्ला के बड़े निवेश से बिटकॉइन में आई तेजी के बावजूद इस शेयर का रिटर्न बीते 135 दिनों में डिजिटल करेंसी से करीब 27 गुणा ज्यादा रहा है. सेंसेक्स ने भी इस दौरान 23% का अच्छा रिटर्न दिया है. इक्विटी मार्केट के सामान्य रिटर्न के अनुसार यह बड़ा रिटर्न है. Orchid Pharma के शेयर का रिटर्न सेंसेक्स पैक के रिटर्न का 378 गुणा रहा.

पहले भी हुआ है ऐसा

ऐसा पहली बार नहीं है कि किसी शेयर की रिलिस्टिंग के बाद स्टॉक के भाव में इतनी बड़ी तेजी देखी गई हो. बीते साल ही रुचि सोया के पतंजलि द्वारा इनसॉल्वेंसी प्रक्रिया में अधिग्रहण के बाद कंपनी के शेयर 6200% से भी ज्यादा चढ़े थे. तब भी शेयर प्राइस में उछाल की बड़ी वजह मार्केट में रुचि सोया के कम शेयरों का होना था. इसके अलावा भी आलोक इंडस्ट्रीज, इत्यादि मामलों में भी शेयर के प्राइस मूवमेंट में ऐसी दिशा दिखी थी.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT