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नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने के बाद इस फैसले के खिलाफ रहे लोगों की नाराजगी और बढ़ गई है. वजह है एटीएम और डेबिट कार्ड ट्रांजेक्शन पर लगने वाले चार्ज. बैंक अब एटीएम ट्रांजेक्शन पर पहले की तरह चार्ज वसूलेंगे.
आपको बता दें कि नोटबंदी के बाद एटीएम ट्रांजेक्शन पर लगने वाली फीस 31 दिसंबर तक माफ की गई थी. सरकार ने ऐलान किया था कि किसी भी बैंक के एटीएम से पैसे निकालने पर किसी तरह का चार्ज नहीं देना होगा.
नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने के बाद आरबीआई की ओर से एटीएम से पैसे निकालने और अन्य कामों के लिए नए नियम लाए गए. लेकिन ट्रांजेक्शन फीस पर को लेकर कोई बयान नहीं आया. इसका मतलब है कि बैंक अब एटीएम ट्रांजेक्शन पर चार्ज वसूलेंगे.
डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने पर 31 दिसंबर तक किसी तरह का चार्ज नहीं देना
पड़ रहा था लेकिन अब कार्ड से ट्रांजेक्शन पर भी चार्ज लगेंगे.
आरबीआई ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा था कि 1 जनवरी से मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) 1000 रुपये पर 0.5 फीसदी और 2000 रुपये पर 0.25 फीसदी फिक्स कर दिए जाएंगे. हालांकि व्यापारियों के लिए यह जरूरी नहीं है कि वह ग्राहक को डिस्काउंट दे.
नोटबंदी से पहले जो नियम लागू था, उसके मुताबिक लोग अपने डेबिट कार्ड के जरिए सेविंग अकाउंट से किसी भी बैंक के एटीएम से 3 ट्रांजेक्शन बिना किसी चार्ज के कर सकते थे.
उसके अलावा किए जाने वाले ट्रांजेक्शन पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और ICICI बैंक 15 रुपये चार्ज ले रहे थे. इनके अलावा ज्यादातर बैंकों में प्रति ट्रांजेक्शन 20 रुपये चार्ज लगते थे.
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