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ऑटो सेक्टर में संकट की ढेर सारी खबरों के बीच बजाज ऑटो के मैनेजिंग डारेक्टर राजीव बजाज ने कहा है कि ऑटो सेक्टर को अपने गिरेबां में झांककर अपनी कमियों को देखना चाहिए बजाय कि ये मांग करने के कि सरकार को राहत पैकेज देना चाहिए.
CNBC TV18 से बात करते हुए राजीव बजाज ने कहा कि ऑटो सेक्टर में मंदी खुद इसी सेक्टर की वजह से हैं.
टू व्हीलर सेगमेंट पर बात करते हुए राजीव बजाज ने कहा- टू व्हीलर में रिटेल बिक्री 5-7 परसेंट गिरी हैं. इनती गिरावट को संकट नहीं कहा जा सकता. मोटर साइकल सेंगमेंट में कोई खास गिरावट नहीं आई है.
टू व्हीलर्स की बिक्री 5 परसेंट की गिरावट, पैसेंजर व्हीकल में 11 परेंसट की गिरावट और कमर्शियल व्हीकल में 14 परसेंट की गिरावट देखने को मिली है.
हांलाकि ऑटो सेक्टर में पिछले कुछ दिनो में कई सारी बुरी खबरें आई हैं. कंपनियों की बिक्री कम हुई है, जिसके चलते कुछ कंपनियों ने अपना प्रोडक्शन बंद किया. कुछ कंपनियों ने अपने यहां कर्मचारियों की छंटनी की हैं और आगे भी छंटनी जारी रह सकती है.
ऑटो सेक्टर में 19 साल की सबसे बड़ी गिरावट
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटो मोबाइल मैन्यूफेचर्स (SIAM) की 13 अगस्त को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश में कुल कार बिक्री जुलाई में 18.71 फीसदी गिरकर 18,25,148 रही जो जुलाई 2018 में 22,45,223 थी. ये दिसंबर 2000 के बाद कार बिक्री में आयी सबसे बड़ी गिरावट है. उस दौरान कार बाजार में 21.81 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी थी.
SIAM के महानिदेशक विष्ण माथुर ने कहा, ‘‘आंकड़े दिखाते हैं कि सरकार से राहत पैकेज की कितनी जरूरत है. तत्काल कुछ किए जाने की जरूरत है. इंडस्ट्री बिक्री बढ़ाने के लिए जो कर सकता है, कर रहा है. मेरा कहना है कि यही समय है जब इंडस्ट्री को सरकार से मदद की जरूरत है. उसे राहत पैकेज लेकर आना चाहिए.’’
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