Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Business Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019 रामदेव का पतंजलि GST से खुश नहीं, पूछा ऐसे आएंगे ‘अच्छे दिन’

रामदेव का पतंजलि GST से खुश नहीं, पूछा ऐसे आएंगे ‘अच्छे दिन’

आयुर्वेदिक दवाओं पर प्रस्तावित जीएसटी दर 12 फीसदी है, पहले 7 फीसदी टैक्स लगता था

द क्विंट
बिजनेस
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बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि आयुर्वेद जीएसटी की ऊंची दर से अप्रसन्न है. उसने सरकार से पूछा है कि बेहतर स्वास्थ्य अधिकार के बिना लोग ‘अच्छे दिन' को कैसे महसूस और जी सकते हैं. कंपनी का कहना है कि आयुर्वेद उत्पाद के जरिये आम लोगों को सस्ती दर में स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा सकती हैं.

आयुर्वेदिक श्रेणी पर उच्च जीएसटी दर से हमें अचंभा हुआ और यह हमारे लिये निराशाजनक और दुखद है.आयुर्वेद आम लोगों को सस्ती दर पर इलाज सुविधा उपलब्ध कराता है, यह सदियों से इलाज का परखा का हुआ जरिया है. ऐसे में उच्च कर लगाना उपयुक्त नहीं है.
एस के तिजारावाला, प्रवक्ता, पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड

उद्योग संगठन मैनुफैक्चरर्स ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन्स ने भी कहा कि एक तरफ जहां सरकार आक्रमक तरीके से वैश्विक स्तर पर आयुर्वेद को बढ़ावा दे रही है वहीं जीएसटी के तहत अधिक कर से कुदरती दवाएं महंगी होंगी और आम लोगों की पहुंच से बाहर हो जाएंगी.

संगठन ने कहा कि प्रस्तावित 12 प्रतिशत के बजाए परंपरागत आयुर्वेदिक या जेनेरिक दवाएं शून्य और पेटेंटशुदा उत्पादों के लिये 5 प्रतिशत होना चाहिए. फिलहाल आयुर्वेदिक दवाएं और उत्पादों पर वैट समेत कुल कर प्रभाव 7 प्रतिशत है जो औषधि पर निर्भर है. जीएसटी व्यवस्था के तहत इन औषधियों पर 12 प्रतिशत कर रखा गया है.

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