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‘निवेश का आधार विश्वास है. आप निवेश की मांग नहीं कर सकते; आपको उसे आकर्षित करना होगा,’ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने क्विंटिलियन मीडिया के संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ राघव बहल को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा. ये बातचीत हाल ही में भोपाल में संपन्न हुए ब्लूमबर्ग क्विंट मध्य प्रदेश ग्रोथ फोरम के मौके पर हुई.
नूर-उस-सभा, पैलेस होटल में आयोजित समारोह में कई दिलचस्प वार्ताओं का दौर चला जिसमें मध्य प्रदेश के उद्योग जगत की कई हस्तियों ने राज्य में नीतिगत सुधारों, निवेश और औद्योगिक उन्नति के भविष्य जैसे अहम विषयों पर चर्चा की.
मुख्यमंत्री और राघव बहल के बीच इस लंबी बातचीत में प्रदेश में विकास के कई पहलुओं पर गहरी चर्चा हुई. इस बातचीत में मध्य प्रदेश सरकार के नए नीतिगत फैसलों और प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद के कामकाज का लेखाजोखा भी शामिल रहा.
जब मुख्यमंत्री से इस विषय पर उनके अनुभव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कामकाज में जवाबदेही की जरूरत की बात कही. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, ‘सिर्फ आर्थिक जवाबदेही ही नहीं... आपको पूरा रवैया ही बदलना होगा और ये बात सबसे महत्वपूर्ण है.’
मध्य प्रदेश कृषि प्रधान राज्य है. प्रदेश और देश में कृषि को लेकर क्रांतिकारी बदलाव लाने के सवाल पर कमलनाथ का कहना था, ‘पजामा-धोती वाले किसान को जींस-टी-शर्ट वाले किसान में बदलना होगा; और कृषि के आधुनिकीकरण के जरिए, उत्पादन बढ़ा कर और उपज के पैटर्न में बदलाव करने से ही ये संभव हो सकेगा.’
व्यापार के लिए प्रदेश की कई खूबियों के बारे में बताते हुए मुखमंत्री ने कहा कि देश के ठीक बीच में स्थित होना प्रदेश के व्यापार लिए बड़ी अनुकूल स्थिति बनाता है. उन्होंने कहा कि ये भौगोलिक अनुकूलता खेती के उत्पादों को आसानी से देश के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में पहुंचाने में बहुत मददगार है.
इंटरव्यू के दौरान कमलनाथ ने प्रदेश में रोजगार से जुड़ी कुछ विरोधाभासी रिपोर्टों पर भी चर्चा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘आज बहुत सारे युवा रोजगार की तलाश कर रहे हैं और इस संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. (सवाल ये है कि) क्या हम इस जरूरत को उसी गति से पूरा कर सकते हैं?’
मध्य प्रदेश के मुख्यंत्री कमलनाथ के इंटरव्यू के अलावा मध्य प्रदेश ग्रोथ फोरम के मंच पर कई उद्योगपतियों और एक्सपर्ट्स् के बीच भी बातचीत के दौर हुए. ऐसी ही एक वार्ता के दौरान, प्रदेश में निवेश पर बोलते हुए वरिष्ठ मंत्री पी. सी. शर्मा ने बताया कि एक साल के सीमित समय में ही राज्य सरकार ने कई मोर्चों पर जबरदस्त काम किया है. खासतौर पर, मध्य प्रदेश को देश और विदेश से जोड़ने का काम अच्छे तरीके से हुआ है, जैसे; इंदौर से दुबई अब सीधे आया-जाया जा सकता है.
मध्य प्रदेश एक ऐसा राज्य है, जिसमें युवाओं का औसत देश की औसत से भी ज्यादा है. इसलिए प्रदेश में रोजगार मुहैया कराने की रफ्तार बढ़ाने की सख्त जरूरत है. एक चर्चा के दौरान, शिक्षण संस्थान, ए.आई.एस.ई.टी. के डायरेक्टर सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि मध्य प्रदेश में स्थिति ज्यादा चुनौतीपूर्ण है. एशियन डवलपमेंट बैंक की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि, ‘साल 2024 तक, अकेले मध्य प्रदेश में ही 65 लाख युवा रोजगार की तलाश के लिए तैयार हो जाएंगे.’
बातचीत के एक और दौर में, नवीन और अक्षय ऊर्जा विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी मनु श्रीवास्तव का कहना था कि मध्य प्रदेश एक पावर सरप्लस राज्य है और दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डी.एम.आर.सी.) को सोलर पावर मुहैया करा रहा है. ये सोलर पावर, कोयले से मिलने वाली ऊर्जा से सस्ती दरों पर दी जा रही है. उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण ये है कि ये नीची दरें बिना सब्सिडी के हैं जो कि राज्य में प्रबंधन के बेहतर तरीकों को अपनाने से संभव हो पाया है.
ब्लूमबर्ग क्विंट मध्य प्रदेश ग्रोथ फोरम के आयोजन में प्रदेश की कई जानी-मानी हस्तियों ने हिस्सा लिया और प्रदेश से व्यापार और उद्योग जगत के कई बड़े चेहरे भी शामिल थे.
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