5G पर चीन और अमेरिका भिड़े, लपेटे में आ गया हिंदुस्तान
अमेरिका की चली तो 5G बिजनेस से चीनी कंपनियां बाहर
अरुण पांडेय
बिजनेस न्यूज
Updated:
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हुआई भारत में 5G टेक्नोलॉजी से जुड़ी सर्विस की टेस्टिंग शुरू करना चाहती है
(फोटो: क्विंट हिंदी)
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क्या चीन और अमेरिका के झगड़े के लपेटे में आ गया है भारत? मामला कुछ ऐसा ही लग रहा है. अमेरिका ने देशों को चीन की टेलीकॉम कंपनी हुआई दूर रहने की चेतावनी देनी शुरू कर दी है. अब तो हुआई ने आरोप लगा दिया है कि अमेरिका लॉबिंग कर रहा है कि भारत उसे बैन कर दे.
हुआई इंडिया के सीईओ जे चेन के मुताबिक अमेरिका ऐसा दबाव बना रहा है कि भारत में उसे धंधा ही ना मिले. भारत या अमेरिका ने इस पर भले कुछ नहीं कहा है पर ये सही है कि अमेरिका ने अपने साथी देशों से कहना शुरू कर दिया है कि या तो हमारे साथ रहिए या हुआई के साथ.
हुआई क्या करती है?
हुआई 5G टेक्नोलॉजी से जुड़ी कंपनी है और भारत में भी इसकी टेस्टिंग शुरू करना चाहती है, लेकिन उसे अभी तक टेलीकॉम मंत्रालय की मंजूरी नहीं मिली है.
हुआई के खिलाफ अमेरिकी फिक्र
5G इक्विपमेंट में जासूसी और डेटा चीन तक पहुंचने का खतरा
विदेशी मंत्री माइक पॉमपेयो की चेतावनी- जो देश हुआई के इक्विपमेंट लगाएंगे उनके साथ अमेरिकी सहयोग मुश्किल हो जाएगा
किन देशों ने हुआई के 5G इक्विपमेंट बैन किए
अमेरिका
कनाडा
न्यूजीलैंड
ऑस्ट्रेलिया
हुआई की सफाई
भारत के साथ पूरा पारदर्शिता के साथ बातचीत जारी. अब तक भारत सरकार ने किसी तरह की फिक्र या सवाल नहीं उठाए
टेक्नोलॉजी कंपनी होने नाते हुआई भारत में सभी संबंधित कंपनियों और डिपार्टमेंट से खुलकर बात करने को तैयार है.
टेलीकॉम डिपार्टमेंट साइबर सिक्योरिटी मुद्दों पर बारीकी से तहकीकात कर रहा है.
चीन की सरकार से साफ कर दिया है कि उन्होंने कभी भी डेटा के बारे में बात नहीं की.
चीन के डेटा कानून दुनिया के ज्यादातर देशों के समान ही हैं.
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भारत 5G टेस्टिंग कब होगी?
टेलीकॉम सेक्रेटरी अरुणा सुंदरराजन के मुताबिक 5G ट्रायल में चीनी कंपनियों को मंजूरी देने के बारे में अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ.
सरकार ग्लोबल फिक्र के मद्देनजर सुरक्षा से जुड़े सभी मामलों पर माथापच्ची करने के बाद ही कोई फैसला करेगी
अमेरिका और यूरोप 5G पर हुआई के पीछे क्यों पड़े हैं?
सिक्योरिटी को लेकर फिक्र
हैकिंग का खतरा
अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने जनवरी में दोषी ठहराया
प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप नहीं चाहते कि हुआई की 5G टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो
सेल्फ ड्राइविंग कार से तमाम ऑटोमैटिक उपकरण तक सभी में इस्तेमाल
सिक्योरिटी से जुड़ी क्या फिक्र हैं?
5G को हैक करना आसान नहीं लेकिन कई डिवाइस कनेक्ट होने से हैकिंग का खतरा बढ़ जाएगा. कुछ देशों को चीन के 5G इक्विपमेंट, चिप और सॉफ्टवेयर से जासूसी की चिंता है.
अगस्त 2018 में ऑस्ट्रेलिया ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए चीन की हुआई और जेटीई ग्रुप कॉर्प को 5G वायरलैस उपकरण बेचने से बैन कर दिया.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रॉडकॉम का क्वॉलकॉम से सौदा नहीं होने दिया
टेलीकॉम कंपनियों की फिक्र
हुआई को बाहर किया गया तो 5G की लागत में भारी बढ़ोतरी होगी
यूरोप और कई देशों में 5G चालू करने में बहुत देरी होगी
जिन कंपनियों के पास 5G का पेटेंट होगा वो लाइसेंस फीस वसूलेंगी
5G के लिए नए डिवाइस की जरूरत होगी
5G हैंडसेट लॉन्च करेगी
सैमसंग
हुआई
एलजी
लेनोवो
वनप्लस
दक्षिण कोरिया 5G सर्विस लॉन्च करने वाला पहला देश होगा
हालांकि अभी 5G आने में करीब दो साल का वक्त है. भारत भी कोशिश कर रहा है पर टेस्टिंग को लेकर देरी हो रही है. अमेरिका, दक्षिण कोरिया, जापान और चीन में सबसे पहले 5G लॉन्च होगा. भारत में भी 2022 तक ज्यादातर कंपनियां शायद लॉन्च कर देंगी.
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