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भारतीय मूल की अमेरिकी अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ (Geeta Gopinath) जल्द ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की चीफ इकनॉमिस्ट का पद छोड़ने वाली हैं, उनकी योजना प्रतिष्ठित हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में लौटने की है. गोपीनाथ हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से जनवरी में जुड़ेंगी. आईएमएफ ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी है.
गोपीनाथ आईएमएफ की पहली महिला चीफ इकनॉमिस्ट हैं और 2018 में संस्था से जुड़ी थीं. आईएमएफ की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टालिना जॉर्जिवा ने गोपीनाथ के योगदान को बेहतरीन और असरदार बताया है. उनका कहना है कि सभी सहयोगी उनकी प्रशंसा और उनका काफी सम्मान करते थे. गोपीनाथ के उत्तराधिकारी की तलाश जल्द ही की जाएगी.
गीता गोपीनाथ आईएमएफ से जुड़ने से पहले हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थीं. आईएमएफ में काम करने के लिए यूनिवर्सिटी ने उनकी छुट्टी कुछ महीनों छुट्टी एक साल बढ़ाई थी. अब वह वापस वहीं जा रही हैं.
गीता गोपीनाथ ने कोरोना महामारी से बचाव के लिए 50 अरब डॉलर के वैक्सीनेशन प्रोग्राम का प्रस्ताव रखा था, इसमें हर देश की कम से कम 40 फीसदी आबादी को 2021 के अंत तक वैक्सीन लगाने का प्रस्ताव था, जिसके लिए उनकी काफी प्रशंसा हुई थी.
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