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सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में देश में थोक महंगाई बढ़कर 15.08 फीसदी पर पहुंच गई.
मार्च महीने के दौरान होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) में 14.55 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि फरवरी के लिए WPI को 13.43 प्रतिशत से संशोधित कर 13.11 प्रतिशत किया गया. अप्रैल 2021 में WPI 10.74 प्रतिशत पर था.
सरकार ने कहा कि अप्रैल 2022 में महंगाई की उच्च दर मुख्य रूप से खनिज तेलों, मूल धातुओं, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, खाने की चीजों और केमिकल उत्पादों आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण थी.
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