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CRISIL यानि क्रेडिट रेटिंग एंड इंफॉर्मेशन सर्विसेज ऑफ इंडिया लिमिटेड का अनुमान है कि उच्चतम मुद्रास्फीति (inflation) का सामना शहरी क्षेत्रों में ऊपरी 20 प्रतिशत आय वर्ग ने ज्यादा किया. जो सितंबर में 4.6 प्रतिशत की तुलना में अक्टूबर में सालाना आधार पर 5 प्रतिशत रहा.
CRISIL ने कहा कि,
CRISIL के मुताबिक 20 प्रतिशत सबसे गरीब आबादी खाद्य वस्तुओं पर अधिक खर्च करती है, जिसमें अक्टूबर 2021 के दौरान कमी हुई. दूसरी ओर 20 प्रतिशत सबसे अमीर आबादी गैर-खाद्य वस्तुओं पर अधिक खर्च करती है, जो बीते महीने महंगी हुईं.
क्रिसिल की स्टडी में दावा किया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में यह अंतर सितंबर की तुलना में अक्टूबर में और बढ़ गया क्योंकि मुद्रास्फीति नीचे के 20 प्रतिशत के लिए अधिक गिर गई. हालांकि, शहरी क्षेत्रों में अंतर कम हो गया क्योंकि मुद्रास्फीति शीर्ष 20 प्रतिशत के अलावा नीचे के 20 प्रतिशत के लिए बढ़ी.
आसान भाषा में कहें तो उत्पादन में कमी होने की वजह से वस्तुओं का मूल्य बढ़ जाना और उसके मुकाबले मुद्रा का मूल्य कम हो जाना ही मुद्रास्फीति है. और आसान भाषा में आप इसे महंगाई कह सकते हैं. जैसे महंगाई बढ़ेगी वैसे ही मुद्रास्फीति भी.
CRISIL यानि क्रेडिट रेटिंग एंड इंफॉर्मेशन सर्विसेज ऑफ इंडिया लिमिटेड एक वैश्विक विश्लेषणात्मक कंपनी है जो Ratings, Research और Risk और Policy Advisory Services प्रदान करती है. CRISIL CRAMEL के Framework यानि ढांचे से Finance कंपनियों को रेट करती है. इसके अंतर्गत 6 प्रमुख मापदंडों जैसे पूंजी, संसाधन बढ़ाने की क्षमता, संपत्ति की गुणवत्ता, प्रबंधन, कमाई और Liquidity आते हैं.
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