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दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख और सीएफओ निलंजन रॉय पर अनैतिक तरीके से काम करने का आरोप लगा है. कंपनी के कुछ अनाम कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि ज्यादा प्रॉफिट और आमदनी बढ़ाने के लिए दोनों ने कई महीनों तक अनैतिक तरह से काम किया है.
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को लिखे लेटर में कर्मचारियों ने लिखा है, 'पारेख और रॉय के ई-मेल और उनकी बातचीत की वॉयस रिकॉर्डिंग से साफ है कि उन्होंने कई तिमाहियों के लिए अनैतिक तरीकों का सहारा लिया.' बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को ये लेटर 20 सितंबर को लिखा गया था.
लेटर में कर्मचारियों ने लिखा है कि इस संबंध में उनके पास ई-मेल्स और वॉयस रिकॉर्डिंग्स हैं, जो इन आरोपों को साबित करती हैं.
इन आरोपों पर इंफोसिस ने सोमवार, 21 अक्टूबर को बयान जारी कर कहा कि कंपनी के नियमों के मुताबिक, शिकायत को ऑडिट कमेटी के सामने रखा गया है. इंफोसिस ने कहा, 'कंपनी की व्हिसल ब्लोअर पॉलिसी के मुताबिक, शिकायत से निपटा जाएगा.'
कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें ऑडिटर्स से बड़ी डील की जानकारी छिपाने के लिए कहा गया. कर्मचारियों के मुताबिक, 'सीईओ रिव्यू और अप्रुवल को नजरअंदाज कर रहा है, और सेल्स (टीमों) को अप्रुवल्स का मेल नहीं भेजने का निर्देश दे रहा है. वो उन्हें मार्जिन दिखाने के लिए गलत अनुमान दिखाने का निर्देश दे रहा है.'
शिकायत में दावा किया गया है कि सीएफओ निलंजन रॉय ने एथिकल इंप्लॉइज को प्रेजेंटेशन के दौरान बड़ी डील के मुद्दे दिखाने से रोका.
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