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भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के 1 करोड़ से ज्यादा पॉलिसीहोल्डर्स ने अपनी पॉलिसियों को पैन से जोड़ा है और उनके पास डीमैट अकाउंट है. इसका मतलब है कि ये सभी IPO में कोटे का फायदा उठा सकते हैं. LIC ने अपने पॉलिसीहोल्डर्स के लिए इस IPO में रिजर्व कैटेगरी रखी है, जिससे पॉलिसीहोल्डर्स इस कैटेगरी के अंदर LIC IPO में आवेदन कर सकते हैं.
LIC ने 50 मिलियन यूनीक इंडिविजुअल्स की पहचान की है, जिनके पास लगभग 282 मिलियन पॉलिसी हैं. बिजनेस स्टैंडर्ड ने एक टॉप सरकारी अधिकारी के हवाले से बताया कि रिजर्वेशन के लिए एलिजिबल व्यक्तियों के लिए 10 मिलियन का आंकड़ा पार करना उम्मीद से ऊपर है.
मौजूदा नीतियों के साथ पैन को जोड़ने की समय सीमा 28 फरवरी थी. LIC ने मीडिया कैंपेन के जरिये पॉलिसीहोल्डर्स से अपनी निजी जानकारी और पैन अपलोड करने, और ऑफर को सब्सक्राइब करने के लिए एक डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कहा था.
LIC का IPO 11 मार्च को मार्केट में लॉन्च होने और शेयरों की लिस्टिंग मार्च के अंत तक होने की उम्मीद थी, लेकिन यूक्रेन संकट के कारण इसमें देरी हो सकती है. मामले की जानकारी रखने वाले एक सोर्स के मुताबिक, रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते विवाद के कारण सरकार LIC IPO की टाइमिंग पर फिर से विचार करेगी. आईपीओ की टाइमिंग पर पुनर्विचार करने के लिए मीटिंग इसी हफ्ते बुलाई जा सकती है.
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