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ऑटो सेक्टर की टॉप कंपनियों में शुमार बजाज ऑटो के चेयरमैन राहुल बजाज ने केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों पर निशाना साधा है. इसके साथ ही उन्होंने ऑटो इंडस्ट्री के बिगड़ते हालात पर भी चिंता जाहिर की है. बजाज ऑटो की सालाना आम बैठक में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए राहुल बजाज ने कहा कि मुश्किल हालातों से गुजर रहे ऑटो सेक्टर के लिए क्या विकास आसमान से गिरेगा?
देश के बड़े उद्योगपतियों में गिने जाने वाले राहुल बजाज ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, ''सरकार कहे या न कहे लेकिन आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक के आंकड़े बताते हैं कि पिछले तीन-चार सालों में विकास में कमी आई है. दूसरी सरकारों की तरह वे अपना हंसता हुआ चेहरा दिखाना चाहते हैं, लेकिन सच्चाई यही है."
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इससे पहले राहुल बजाज के बेटे और कंपनी के एमडी राजीव बजाज ने भी इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर मोदी सरकार की योजनाओं पर सवाल खड़े किए थे. आम बजट पेश होने के बाद एक इंटरव्यू में राजीव बजाज ने कहा था कि यह सरकार रातोंरात सबकुछ बदल देना चाहती है. इसके साथ ही राजीव बजाज ने सरकार से पूछा था कि अगर कल को ग्राहक इलेक्ट्रिक व्हीकल मॉडल स्वीकार नहीं करते हैं, तो ऑटो इंडस्ट्री का क्या होगा? क्या हम दुकान बंद कर, घर बैठ जाएं?
पिछले कुछ समय से ऑटो इंडस्ट्री बुरे दौर से गुजर रही है.ऑटो कंपनियों के संगठन- सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के आंकड़ों के मुताबिक जून महीने में कारों की घरेलू बिक्री भी 24.97 फीसदी घटी है. जून में यह आंकड़ा 1,39,628 यूनिट्स का रहा, जो पिछले साल जून में 1,83,885यूनिट था. यह लगातार आठवां महीना है जब यात्री वाहनों की बिक्री में कमी दर्ज की गई. ये आंकड़े आने के बाद ऑटो इंडस्ट्री ने सरकार से इस गिरावट को रोकने और नौकरियों को सुरक्षित रखने के लिए ठोस नीतिगत उपाय करने का आग्रह किया है.
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