advertisement
मैच्योरिटी पीरियड पूरे होने के बाद बिना दावे वाली राशि पर भी अब जमा खाते जितना ब्याज मिले जरूरी नहीं. RBI ने नियम बदल दिए हैं.
शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट के मैच्योरिटी डेट खत्म होने के बाद बिना दावे वाले पैसे पर दिए जाने वाले ब्याज दर में बदलाव किया है.
RBI ने एक नोटिस जारी करते हुए लिखा "समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि यदि कोई फिक्स्ड डिपॉजिट मैच्योर होती है और भुगतान नहीं किया जाता है, तो बैंक के पास दावा न की गई राशि पर बचत खाते पर लागू ब्याज दर या मैच्योर होने पर अनुबंधित ब्याज में से वो दर लागू होगी, जो भी कम होगी,"
ये नया नियम सभी वाणिज्यिक बैंकों, लघु वित्त बैंक, सहकारी बैंक, स्थानीय क्षेत्रीय बैंकों में जमा पर लागू होगा.
अगर आपकी FD की मैच्योरिटी पीरियड खत्म हो गयी है और आपने अभी तक अपने पैसे पर दावा नहीं किया है तो अब आपको मिलने वाली ब्याज दर मे अंतर देखने को मिलेगा.
उदाहरण- आपकी FD पर मिलने वाली ब्याज दर 5% की थी और सेविंग्स अकाउंट पर मिलने वाली ब्याज दर 6.5% है, तो अब आपको अपने बिना दावे वाले पैसे पर केवल 5% का ही इंटरेस्ट मिलेगा.
वर्तमान में, अगर कोई फिक्स्ड डिपोजीट मैच्योर होती है और आय का भुगतान नहीं किया जाता है, तो बैंक के पास दावा न की गई राशि पर लागू ब्याज दर के बराबर होती थी
टर्म डिपॉजिट या फिक्स्ड डिपॉजिट भारत में काफी लोगों के लिए सेविंग्स का प्रमुख जरिया है. इसमें आप अपने बैंक में एक तय समय के लिए पैसा जमा करते हैं, जिसे मैच्योरिटी पीरियड कहा जाता है. आपका पैसा उतने दिनों के लिए ब्लॉक हो जाता है. मैच्योरिटी के बाद आपको इंटरेस्ट के साथ आपका पैसा मिलता है.
इसमें रिकरिंग डिपॉजिट, एन्युटी, रेकरिंग डिपॉजिट और कैश सर्टिफिकेट जमा भी शामिल हैं।
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)