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एस्सार स्टील की प्रमोटर रूइया फैमिली ने आईबीसी प्रोसेस से कंपनी की वापसी के लिए लेनदारों का पूरा पैसा चुकाने की पेशकश की है.
कंपनी के शेयरहोल्डर्स ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा है कि कंपनी पर जिन लोगों का कर्ज है, उन्हें वो 54,389 करोड़ रुपये की पूरी रकम चुका देना चाहते हैं. कंपनी ने कहा है कि शेयरहोल्डर्स सीधे कैश में 47,507 करोड़ रुपये देना चाहते हैं. इसमें सीनियर सिक्योर्ड फाइनेंशियल क्रेडिटर्स के भी 45,559 करोड़ रुपये शामिल हैं.
आईबीसी, 2016 के सेक्शन 12ए के मुताबिक नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल अगर कंपनी को कर्ज देने वालों की कमेटी के 90 फीसदी वोटिंग शेयर आईबीसी प्रोसेस से वापसी को मंजूरी दे देती है तो यह आईबीसी प्रक्रिया से बाहर आ सकती है. लेकिन हाल में लाए गए एक कानून के मुताबिक वापसी की एप्लीकेशन रेज्यूलेशन प्रोफेशनल की ओर से जारी इनविटेशन ऑफ एक्सप्रेशन से पहले मंजूर हो सकती है बाद में नहीं.
एस्सार के मामले में प्रक्रिया काफी आगे चली गई और रेज्यूलेशन आवेदन आखिरी चरण में पहुंच गया है.पिछले साल कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स ने एस्सार स्टील के लिए बोली लगाने वालों में से आर्सेलर मित्तल को चुना था. ब्लूमबर्गक्विंट की रिपोर्ट में कहा गया था आर्सेलर मित्तल ने एस्सार स्टील के लिए 45 हजार करोड़ रुपये की बोली लगाई थी. दूसरे राउंड की बोली में तीन कंपनियों में आर्सेलर मित्तल की बोली सबसे ज्यादा थी. इसके बाद इन्सॉल्वेंसी रेज्योल्यूशन की जिम्मेदारी लेने वाली कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स पर एस्सार स्टील की संभावित कीमत पर आर्सेलर मित्तल से बातचीत शुरू की थी.
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