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इस चिलचिलाती गर्मी में राहत देने वाला नींबू पानी का एक गिलास ही अब आम आदमी की जेब में आग लगा रहा है. गर्मियां शुरू होते ही नींबू समेत कई सब्जियों के दाम में जैसे आग लग गई है. यूक्रेन-रूस संकट के कारण तेल की कीमतें पहले ही ऊपर जा चुकी हैं. इसी बीच, अब सब्जियां भी आम आदमी पर दोहरी मार डाल रही हैं.
हाल ही में हुए एक सर्वे में 37% लोगों ने कहा है कि वो मार्च की तुलना में, अप्रैल में सब्जियों के लिए एक चौथाई ज्यादा पैसे दे रहे हैं. Local Circles सर्वे के मुताबिक,
36% लोगों का कहना है कि वो मार्च की तुलना में अप्रैल में सब्जियों के लिए 10-25% ज्यादा पैसे दे रहे हैं.
25% लोगों का कहना है कि वो सब्जियों पर 25-50% (करीब दोगुना) पैसे खर्च कर रहे हैं.
वहीं, 14% का मानना है कि वो सब्जियों पर 0-10% ज्यादा खर्च कर रहे हैं.
सब्जियों की कीमतों की बात करें तो सिर्फ नींबू ही नहीं, भिंडी और फ्रेंच बीन्स के रेट भी बढ़ गए हैं. वहीं, केले जैसे फल भी 60 से 80 रुपये दर्जन तक बिक रहे हैं.
ये सर्वे देश के 311 जिलों के 11,800 कंज्यूमर्स पर 23 मार्च से 7 अप्रैल के बीच किया गया था. सर्वे का जवाब देने वालों में 64% पुरुष थे, और 36% महिलाएं थीं. 48% लोग जहां टीयर 1 शहरों से थे, तो वहीं, जवाब देने वाले 29% टीयर 2 शहरों से थे. 23% लोग टीयर 3 और टीयर 4 शहरों, और ग्रामीण जिलों से थे.
36 हजार कंज्यूमर्स पर किए गए इस सर्वे में ये भी सामने निकलकर आया है कि तेल कीमतें बढ़ने से कंज्यूमर बिहेवियर भी प्रभावित हुआ है.
29% लोगों ने कहा है कि खाने के तेल की कीमतें बढ़ने से अब उन्होंने सस्ता तेल इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है.
24% लोगों ने कहा है कि वो अब खाने में कम तेल इस्तेमाल कर रहे हैं.
67% लोगों ने कहा कि बढ़ी तेल कीमतों के कारण उन्होंने दूसरी चीजों में कटौती करनी शुरू कर दी है.
ये सर्वे देश के 359 जिलों के 36 हजार कंज्यूमर्स पर 23 मार्च से 7 अप्रैल के बीच किया गया था.
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