Zee Entertainment की बढ़ेगी मुश्किल? Invesco ने खटखटाया NCLT का दरवाजा

इनवेस्को की जी में 17.88 प्रतिशत की हिस्सेदारी है

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बिजनेस न्यूज
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एसेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा और उनके बेटे अमित और पुनीत गोयनका
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एसेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा और उनके बेटे अमित और पुनीत गोयनका
(फोटो: क्विंट)

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अमेरिकी निवेशक इनवेस्को (Invesco) ने जी एंटरटेनमेंट लिमिटेड (zee Entertainment Ltd) के खिलाफ नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल(NCLT) का रुख किया है. अपनी याचिका में इनवेस्को ने जी के मुख्य कार्यकारी निदेशक पुनीत गोयनका को लेकर असाधारण आम बैठक(EGM) ना बुलाने का मुद्दा उठाया है. दरअसल इनवेस्को की जी में 17.88 प्रतिशत की हिस्सेदारी है, और उनकी मांग थी कि पुनीत गोयनका के साथ दो और निदेशकों को हटाकर स्वतंत्र निदेशकों को नियुक्त किया जाये.

आपको बता दें कि हाल ही में ज़ी ने सोनी के साथ विलय का एक बड़ा समझौता किया है. इनवेस्को ने पहले ही पुनीत गोयनका को हटाने की मांग की थी, लेकिन कंपनी ईजीएम (extraordinary general meeting) बुलाने में नाकाम रही और अब इनवेस्को ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) का रुख किया है. Invesco की याचिका पर 30 सितंबर को सुनवाई होनी है.

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ईजीएम बुलाने के नियम भी जान लीजिए

लिस्टेड कंपनी से जुड़े नियमों के मुताबिक जो निवेशक 10 प्रतशत या उससे ज्यादा का शेयर रखता है, वो ईजीएम की मांग कर सकता है. जिसके बाद कंपनी के पास ईजीएम बुलाने के लिए तीन हफ्ते का वक्त होता है. Invesco ने बैठक के लिए पहला पत्र 11 सितंबर को लिखा था, जो zee को 12 लितंबर को मिला. इस हिसाब से zee Entertainment के पास मीटिंग बुलाने के लिए 2 अक्टूबर तक का वक्त है.

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