advertisement
जोमैटो (Zomato) के शेयरों की शुक्रवार 23 जुलाई को स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग हो गयी. पहले कंपनी ने लिस्टिंग की तारीख 27 जुलाई तय थी. उम्मीद के मुताबिक ही कंपनी को निवेशकों की तरफ से बाजार में काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. जबरदस्त प्रीमियम पर लिस्टिंग और इसके बाद बढ़े वॉल्यूम से इन्वेस्टर्स का स्टॉक की तरफ रुझान स्पष्ट है.
कंपनी के शेयर ₹76 के इश्यू प्राइस से 50% से ज्यादा के प्रीमियम के साथ NSE और BSE पर लिस्ट हुए. BSE में जोमैटो का शेयर ₹115 पर लिस्ट हुआ, वहीं NSE में ₹116 प्रति शेयर के दर पर लिस्टिंग हुई.
दिन 12 बजकर 30 मिनट के अनुसार जोमैटो के शेयर का हाई ₹138.9 का है.
सुबह से अभी तक करीब 61 करोड़ zomato के शेयरों की खरीद बिक्री हुई है.
शुक्रवार को हुए मेगा लिस्टिंग के बाद जोमैटो का मार्केट कैपिटलाइजेशन अब 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का हो गया है.
यह भारत का पहला यूनिकॉर्न (1 बिलियन डॉलर से ज्यादा वैल्यूएशन) स्टार्टअप है, जो कि पब्लिक हुआ है.
कोविड के समय ऑनलाइन फूड डिलीवरी बिजनेस में काफी बढ़ोतरी हुई है. वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का रेवेन्यू दोगुना हुआ है, हालांकि इसके बावजूद कंपनी प्रॉफिट बनाने में नाकाम रही है.
Zomato का कहना है कि आईपीओ की रकम का इस्तेमाल कंपनी अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए करेगी.
गौरतलब हो कि अभी जोमैटो घाटे वाली कंपनी है, जिसके कारण रिटेल निवेशकों के लिए कुल इश्यू का केवल 10% ही शेयर रखा गया था. नॉर्मल IPO में रिटेल निवेशकों के लिए आमतौर पर कंपनी के कुल इश्यू का 35% शेयर रखा जाता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)