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पीपीएफ समेत कई स्मॉल सेविंग्स स्कीमों के ब्याज पर फिर चली कैंची

छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में फिर कटौती 

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सरकार लगातार छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती कर रही है
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सरकार लगातार छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती कर रही है
(सांकेतिक फोटो: iStock)

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सरकार ने एक फिर स्मॉल सेविंग्स स्कीमों की ब्याज दरों में कटौती कर दी है. अब एनएससी और पीपीएफ समेत कई छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने करने वालों को 0.2 फीसदी कम ब्याज मिलेगा. ब्याज दर में यह कटौती जनवरी-मार्च की तिमाही के लिए है.हालांकि वरिष्ठ नागरिकों के लिए पांच साल की सीनियर सिटिजन स्कीम की ब्याज की पुरानी दर 8.3 फीसदी बरकरार रखी गई है. सीनियर सिटीजन स्कीम इस कटौती को देख कर अब बैंक भी ब्याज दरें घटा सकते हैं.

सुकन्या समृद्धि योजना और किसान विकास पत्र की ब्याज दर भी घटी

वित्त मंत्रालय के नोटिफिकेशन के मुताबिक नेशनल सेविंग्स स्कीम यानी एनएससी, सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र और पीपीएफ की ब्याज दरें घटा दी गई हैं. हालांकि सेविंग्स डिपोजिट पर चार फीसदी की ब्याज दर बरकरार है.

पीपीएफ और एनएससी पर अब 7.6 फीसदी ब्याज मिलेगा जबकि किसान विकास पत्र पर 7.3 फीसदी. सुकन्या समृद्धि योजना पर पहले 8.3 फीसदी ब्याज मिल रहा था लेकिन अब 8.1 फीसदी ब्याज मिलेगा. एक से पांच साल के टर्म डिपोजिट पर ब्याज दर 6.6 से 7.4 फीसदी होगी. पांच साल की रेकरिंग डिपोजिट पर ब्याज 6.9 फीसदी होगा. हालांकि वरिष्ठ नागरिकों के लिए पांच साल की सीनियर सिटिजन स्कीम की ब्याज की पुरानी दर 8.3 फीसदी बरकरार रखी गई है.

बैंक भी घटा सकते हैं ब्याज दरें

बहरहाल, स्मॉल सेविंग्स स्कीम की ब्याज दरों कमी की बाद बैंकों की ओर से भी ब्याज दरें कम किए जाने की संभावना बढ़ गई है. बैंक एनपीए के दबाव में है. ऐसे में उन्हें ब्याज दरें कम रखने का विकल्प मिलता है तो जरूर आजमाएंगे.

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वित्त मंत्रालय का कहना है सरकार के फैसले के मुताबिक स्मॉल सेविंग्स स्कीम की ब्याज दरें तिमाही आधार पर नोटिफाई होंगी. वित्त वर्ष 2017-18 की आखिरी तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें घोषित करते हुए मंत्रालय ने कहा कि ब्याज दरें सरकारी बांड की दरों से जुड़ी होंगी.

इनपुट : पीटीआई

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