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अगर आप छोटे शहर में रहते हैं तो आपके लिए जल्द ही नौकरियों के नए मौके आ सकते हैं. सरकार ने बीपीओ प्रमोशन स्कीम के तहत इन शहरों को 35000 बीपीओ सीट अलॉट किए हैं. आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि सरकार बीपीओ प्रमोशन स्कीम के तहत देश के छोटे शहरों को ग्लोबल डिजिटल मैप पर लाना चाहती है. इससे इन शहरों में बीपीओ भी बढ़ेंगे और नौजवानों को रोजगार भी मिलेगा.
रविशंकर प्रसाद ने बीपीओ प्रमोशन स्कीम के बारे में जानकारी देते हुए कहा,
बीपीओ प्रमोशन स्कीम के तहत बीपीओ सीटों के लिए पटना, मुजफ्फरपुर, तिरुपति, गुंटुपल्ली, राजामुंदरी (आंध्र प्रदेश) बद्दी और शिमला, सागर (मध्यप्रदेश), भुवनेश्वर, कटक और जलेश्वर (ओडिशा) में ऑपरेशन्स शुरू हो गए हैं. जबिक मथुरा, जहानाबाद, गया (बिहार) वेल्लोर, तिरुपुर में बीपीओ के लिए बोली लगाई गई है. बिड की स्क्रूटिनी हो रही है.
सरकार ने नॉर्थ ईस्ट बीपीओ प्रमोशन स्कीम के तहत भी 5000 बीपीओ सीटें निर्धारित की हैं, जिनमें से 1630 सीटें 11 कंपनियों को अलॉट हो चुकी हैं. यहां ऑपरेशन्स शुरू हो गए गए हैं और अलॉट की गई 900 सीटों में 723 लोगों को नौकरियां मिली हैं. बीपीओ प्रमोशन स्कीम 493 करोड़ रुपये की है, जिनमें से पूर्वोत्तर के लिए 50 करोड़ रुपये मुहैया कराए गए हैं.
दरअसल, सरकार रोजगार के मोर्चे पर बैकफुट पर है. 2019 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर उस पर नौकरियां पैदा करने का जबरदस्त दबाव है. खास कर छोटे शहरों में जहां बड़ी तादाद में युवाओं को पास नौकरियां नहीं है. यही वजह है कि सरकार अब बीपीओ प्रमोशन स्कीम के तहत पढ़े-लिखे नौजवानों के लिए नौकरियां जुटाने की कोशिश में है.
इनपुट पीटीआई से
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