Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Business Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Consumer Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019छोटे शहरों के नौजवान तैयार रहें, आ रही हैं हजारों नौकरियां

छोटे शहरों के नौजवान तैयार रहें, आ रही हैं हजारों नौकरियां

छोटे शहरों में खुलेंगे कई बीपीओ, मिलेंगी हजारों नौकरियां 

दीपक के मंडल
कंज्यूमर
Published:
सरकार रोजगार के लिहाज से बीपीओ सेक्टर को तवज्जो दे रही है
i
सरकार रोजगार के लिहाज से बीपीओ सेक्टर को तवज्जो दे रही है
द क्विंट 

advertisement

अगर आप छोटे शहर में रहते हैं तो आपके लिए जल्द ही नौकरियों के नए मौके आ सकते हैं. सरकार ने बीपीओ प्रमोशन स्कीम के तहत इन शहरों को 35000 बीपीओ सीट अलॉट किए हैं. आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि सरकार बीपीओ प्रमोशन स्कीम के तहत देश के छोटे शहरों को ग्लोबल डिजिटल मैप पर लाना चाहती है. इससे इन शहरों में बीपीओ भी बढ़ेंगे और नौजवानों को रोजगार भी मिलेगा.

रविशंकर प्रसाद ने बीपीओ प्रमोशन स्कीम के बारे में जानकारी देते हुए कहा,

बीपीओ प्रमोशन स्कीम के तहत छोटे शहरों में बीपीओ को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके लिए हर बीपीओ सीट के लिए वाइबलिटी गैप फंडिंग और फाइनेंशियल सपोर्ट स्कीम के तहत 1 लाख रुपये की सीधी मदद दी जा रही है. इससे इन शहरों में रोजगार बढ़ाने में मदद मिलेगी.
रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय आईटी मिनिस्टर 

बीपीओ प्रमोशन स्कीम के तहत बीपीओ सीटों के लिए पटना, मुजफ्फरपुर, तिरुपति, गुंटुपल्ली, राजामुंदरी (आंध्र प्रदेश) बद्दी और शिमला, सागर (मध्यप्रदेश), भुवनेश्वर, कटक और जलेश्वर (ओडिशा) में ऑपरेशन्स शुरू हो गए हैं. जबिक मथुरा, जहानाबाद, गया (बिहार) वेल्लोर, तिरुपुर में बीपीओ के लिए बोली लगाई गई है. बिड की स्क्रूटिनी हो रही है.

सरकार ने नॉर्थ ईस्ट बीपीओ प्रमोशन स्कीम के तहत भी 5000 बीपीओ सीटें निर्धारित की हैं, जिनमें से 1630 सीटें 11 कंपनियों को अलॉट हो चुकी हैं. यहां ऑपरेशन्स शुरू हो गए गए हैं और अलॉट की गई 900 सीटों में 723 लोगों को नौकरियां मिली हैं. बीपीओ प्रमोशन स्कीम 493 करोड़ रुपये की है, जिनमें से पूर्वोत्तर के लिए 50 करोड़ रुपये मुहैया कराए गए हैं.

दरअसल, सरकार रोजगार के मोर्चे पर बैकफुट पर है. 2019 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर उस पर नौकरियां पैदा करने का जबरदस्त दबाव है. खास कर छोटे शहरों में जहां बड़ी तादाद में युवाओं को पास नौकरियां नहीं है. यही वजह है कि सरकार अब बीपीओ प्रमोशन स्कीम के तहत पढ़े-लिखे नौजवानों के लिए नौकरियां जुटाने की कोशिश में है.

इनपुट पीटीआई से

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT