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बैंक खातों को आधार से लिंक कराने का काम रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है. अभी तक सिर्फ 50 फीसदी खाते ही आधार से लिंक हुए हैं जबकि इसकी आखिरी तारीख आने में एक महीने से भी कम का वक्त बचा है.
इंडियन बैंक एसोसिएशन के सीईओ वी जी कन्नन ने इसकी तसदीक की है. उन्होंने ब्लूमबर्ग क्विंट से कहा:
सरकार ने बैंक खातों को आधार से लिंक कराने की डेडलाइन 31 दिसंबर तय की थी. लेकिन गुरुवार को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सरकारी वकील ने डेडलाइन बढ़ा कर 31 मार्च, 2018 करने के संकेत दिए. आधार को प्राइवेसी के मामले में अदालत में दी गई चुनौती के मद्देनजर सरकार डेडलाइन बढ़ाएगी. शुक्रवार को इसका ऐलान किया जा सकता है.
कन्नन के मुताबिक बैंकों को शहरी केंद्रों में खातों को आधार से लिंक कराने में ज्यादा दिक्कत नहीं आ रही है लेकिन गांवों में ग्राहकों को सूचना देना मुश्किल हो रहा है. वहां चिट्ठियों, सार्वजनिक सूचनाओं और एसएमएस के जरिये ग्राहकों को अपने खातों को आधार नंबर से लिंक कराने को कहा जा रहा है.
कन्नन को भरोसा है डेडलाइन से पहले ही अधिकतर बैंक खाते आधार से लिंक हो जाएंगे. उन्होंने कहा, अगर लिंकेज नहीं हो पाता है और सरकार डेडलाइन और आगे बढ़ाने को राजी नहीं होती तो बैंक खाते फ्रिज हो जाएंगे.
इस साल अक्टूबर में आरबीआई ने साफ कर दिया था कि मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक कानून के नियमों में संशोधन के बाद बैंक खातों का आधार से लिंकेज अनिवार्य है. लेकिन आधार को सुप्रीम कोर्ट में प्राइवेसी के मुद्दे पर चुनौती दी गई है.
इनपुट ब्लूमबर्ग क्विंट से
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