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टेक कंपनी पोर्टकी टेक्नोलॉजीज के सीईओ और मेटाकोवन के नाम से मशहूर विग्नेश सुंदरेसन (Vignesh Sundaresan) ने 69.3 मिलियन डॉलर (करीब 500 करोड़ रुपये) एक नॉन फंजेबल टोकन (NFT) को खरीदने में खर्च कर दिए. लेकिन इसके बावजूद वो इस पर पूरा अधिकार नहीं रखना चाहते हैं.
ब्लूमबर्ग के साथ एक इंटरव्यू में भारत के क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) एंटरप्रेन्योर विग्नेश सुंदरेसन ने कहा कि, एनएफटी की खूबसूरती है कि हर कोई इसका लुत्फ उठाता है. उन्होंने यहां तक कहा कि उन्हें इस बात से खुशी होगी कि सभी लोग "Everydays: the First 5000 Days" की एक कॉपी डाउनलोड करें.
एक एनएफटी पर करीब 500 करोड़ रुपये खर्च करने वाले विग्नेश ने भारत समेत पूरी दुनिया का ध्यान तेजी से एनएफटी की तरफ खींचा. भारत जैसे देश में लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि ऐसा भी कुछ हो सकता है. जिसमें एक फोटो, जिसे कोई शख्स छू भी नहीं सकता उसके लिए इतने पैसे खर्च किए जाएं. इसके बाद से ही बड़े-बड़े बिजनेसमैन और सेलिब्रिटीज का ध्यान भी इस तरफ गया. हालांकि इस पर अब तक बहस जारी है कि एक एनएफटी को खरीदने पर खरीदार को क्या फायदा होता है.
ब्लूमबर्ग रिपोर्टर ने जब विग्नेश से एनएफटी के प्रॉपर्टी राइट्स को लेकर सवाल किया तो उन्होंने जवाब में कहा कि, सूचना किसी भी तरह से बाहर निकलना चाहती है. आप उसे रोकने के लिए काफी कुछ करते हैं लेकिन ये उतना नहीं हो पाता है. हर तरह की सिक्योरिटी के बावजूद ये जानकारी बाहर आती है. अगर कोई म्यूजिक रिलीज करता है तो हो सकता है कि ये पायरेटेड हो. ये सभी चीजें इंटरनेट की एक खासियत हैं. इनसे लड़ने की कोशिश करना बिल्कुल भी ठीक नहीं है. उन्होंने आगे कहा,
एनएफटी सिर्फ उस एक फाइल को महत्व नहीं देता है. ये उससे भी काफी बड़ा है. ये इसके लिए है कि किसी शख्स ने एक आर्टिस्ट को समर्थन किया और उसकी आर्ट को यादगार बना दिया. अगर आपके पास एनएफटी है तो सभी को इसका आनंद मिलना चाहिए. इसके लिए सभी को आपको पैसे देने की जरूरत नहीं है. कुछ लोग ऐसे हो सकते हैं जो इसके प्रोडक्शन के लिए पैसे दें और उन्हें इसका क्रेडिट भी मिलता है.
जब विग्नेश से पूछा गया कि उन्हें किस तरह के टोकन्स पसंद हैं तो उन्होंने पोलकाडॉट के पैराचिन का नाम लिया. उन्होंने कहा कि पोलकाडॉट एक कंकाल है और उससे जुड़ी कई चेन हो सकती हैं, जो खुद को बढ़ा सकती हैं. इसके लिए आप पैराचेन नीलामी में हिस्सा ले सकते हैं. जहां आप अपने DOT को कुछ सालों के लिए बंद कर देते हैं, आपको अपना DOT वापस मिल जाता है. साथ ही आपको कुछ पैराचेन टोकन्स के साथ इनाम भी दिया जाता है.
विग्नेश से ये भी सवाल किया गया कि वो फिलहाल किस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, इस पर उन्होंने कहा कि, फिलहाल वो आर्टिस्ट्स के साथ काम कर रहे हैं और ऐसा करना उन्हें काफी अच्छा लग रहा है. अगले कुछ महीनों में इससे कुछ बेहतर निकलने की उम्मीद है. हमने इंस्टाकार्ट पर कुछ लॉन्च किया. ये एक प्रोग्रामेबल म्यूजिक पीस था, लेकिन इसे भारत के करीब 40 आर्टिस्ट्स ने मिलकर बनाया था. मुझे लगता है ये एक अच्छा मॉडल है कि दुनियाभर की संस्कृतियों को कैसे एक साथ लाते हैं और उन्हें वैश्विक बाजार में पेश करते हैं.
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