advertisement
2019 का आखिरी महीना भी ऑटो सेक्टर की ज्यादातर कंपनियों के लिए खराब रहा. दिसंबर में ह्यूंडई की बिक्री में जहां 10% की गिरावट देखी गई, वहीं एस्कॉर्ट्स की गाड़ियां 10.5% कम बिकीं. हालांकि मारुति की बिक्री में मामूली बढ़त देखी गई.
पिछले साल दिसंबर की तुलना में इस साल दिसंबर में मारुति ने 2.4% ज्यादा वाहन बेचे हैं. ऑल्टो की बिग्री में 13.6% की गिरावट आई है हालांकि न्यू वैगनआर, स्विफ्ट सिलारियो और डिजायर जैसी कारों की बिक्री में इजाफा हुआ है.
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने बताया है कि दिसंबर में घरेलू बाजार में उसके वाहनों की बिक्री में 1% की बढ़ोतरी हुई है. हालांकि इसके कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री घटी है, लेकिन पैसेंजर और यूटिलिटी गाड़ियों की बिक्री में इजाफे के कारण कुछ राहत मिली है.
पैसेंजर कारों की बिक्री में कंपनी ने 4% की बढ़ोतरी की है, जबकि यूटिलिटी वाहनों की बिक्री 10% बढ़ी है, लेकिन कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री 5% कम हुई है. निर्यात में भी 30% की गिरावट आई है. बीते साल अप्रैल से दिसंबर के बीच कंपनी की घरेलू बिक्री में 11% की कमी देखी गई.
दिसंबर 2019 में सेल्स के मामले में बड़ी कार कंपनी ह्यंडई को तगड़ा झटका मिला है.
घरेलू मार्केट से लेकर इंटरनेशनल मार्केट में कंपनी ने 10% के आसपास कम गाड़ियां बेची हैं. अप्रैल से दिसंबर के बीच कंपनी ने 2.6% कम कारें बेची हैं.
एमजी मोटर्स ने दिसंबर में 3021 कारें बेची हैं.
टोयोटा किर्लोस्कर ने दिसंबर 2019 में 38% कम वाहन बेचे हैं.
घरेलू बाजार में तो कंपनी और परेशान है. बीते दिसंबहर में कंपनी ने 45% कम वाहन बेचे हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)