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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने पहली तिमाही के जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े जारी होने के बाद पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है. राजन ने कहा कि फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही के ग्रोथ के आंकड़े चौंकाने वाले हैं. -23.9% ग्रोथ के आंकड़े को राजन ने 'अलार्मिंग' बताया है.
आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि-
रघुराम राजन ने अपने लिंक्डइन पोस्ट में लिखा है कि इकनॉमी में 23.9% का कॉन्ट्रेक्शन जब देखने को मिला है तभी दूसरे देशों जैसे इटली में 12.4%, अमेरिका में 9.3% की गिरावट ही देखने को मिली है, जबकि कोरोना वायरस की वजह से इन देशों की हालत भारत से भी खराब रही है.
फाइनेंशियल ईयर 2021 की पहली तिमाही यानि अप्रैल से जून के बीच GDP ग्रोथ -23.9% रही है. जीडीपी मापने के अब तक के 40 साल के इतिहास में ये पहली बार है जब जीडीपी का आंकड़ा नेगेटिव में आया है. वहीं जनवरी मार्च तिमाही मतलब इससे पहले वाली तिमाही में ये आंकड़ा 3.1% था. तो इस तरह से देखें तो जीडीपी में 27% की गिरावट आई है. पिछले फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही में ये आंकड़ा 5.2% था.
ये बात सही है कि जीडीपी के आंकड़ों में इतनी बड़ी गिरावट के पीछे कोरोना वायरस संकट सबसे अहम कारण है लेकिन पिछली 7 तिमाहियों के आंकड़े. 6.2 से गिरते गिरते इकनॉमी 3.1 परसेंट पर आ ही चुके थे. इसका मतलब है कि हमारी इकनॉमी पहले से ही गिर रही थी लेकिन कोरोना ने बुरी तरह हिलाकर रख दिया है.
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