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फ्लिपकार्ट के फाउंडर सचिन और बिन्नी बंसल को अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से नोटिस मिला है. आईटी डिपार्टमेंट ने दोनों से अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट को शेयर बेचे जाने से होने वाले मुनाफे का ब्योरा मांगा है. साथ ही दोनों से पूछा गया है कि वे एडवांस टैक्स का भुगतान कब करेंगे.
इनकम टैक्स कानून के तहत सचिन और बिन्नी बंसल को अगस्त में फ्लिपकार्ट के शेयर वॉलमार्ट को बेचने से होने वाली कमाई का 20 परसेंट टैक्स देना होगा. फिलहाल दोनों को अपना एडवांस टैक्स चुकाना है.
इनकम टैक्स अधिकारी के मुताबिक, वॉलमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदे को लेकर विभाग ने सचिन और बिन्नी बंसल को लेटर भेजकर पूछा है कि क्या वे अपने टैक्स का भुगतान कर रहे हैं. वे बेंगलुरु में अपना टैक्स जमा कर रहे हैं, इसीलिए वहां आईटी अधिकारी उनके संपर्क में रहेंगे.
पिछले साल अगस्त में वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट की 77 प्रतिशत हिस्सेदारी 16 अरब डॉलर में खरीदी थी. कंपनी ने इस सौदे में सॉफ्टबैंक, नेसपर्स, ऐसेल पाट्नर्स और ई-बे समेत 44 शेयर होल्डर्स से हिस्सेदारी खरीदी. इसके अलावा कंपनी के फाउंडर्स सचिन और बिन्नी बंसल ने भी अपनी हिस्सेदारी बेची थी.
वॉलमार्ट पहले ही 44 विदेशी शेयर होल्डर्स से हिस्सेदारी खरीदने पर 7,439 करोड़ रुपये टैक्स दे चुकी है. लेकिन भारतीय टैक्स कानून के तहत सचिन और बिन्नी बंसल को भी अपनी कमाई का 20 परसेंट टैक्स देना होगा.
इससे पहले बिन्नी बंसल ने अपनी ही कंपनी फ्लिपकार्ट के सीईओ पद से अपना इस्तीफा दे दिया था. उनके ऊपर मोलेस्टेशन के आरोप लगाए गए थे, जिसके बाद उन्होंने कंपनी का यह पद छोड़ने का फैसला किया.
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