Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Business Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019सचिन, बिन्‍नी बंसल को I-T का नोटिस, ‘डील’ से कमाई का ब्‍योरा मांगा

सचिन, बिन्‍नी बंसल को I-T का नोटिस, ‘डील’ से कमाई का ब्‍योरा मांगा

फ्लिपकार्ट के फाउंडर्स सचिन और बिन्नी बंसल को अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से नोटिस मिला है.

क्विंट हिंदी
बिजनेस
Published:
सचिन और बिन्नी बंसल से इनकम टैक्स विभाग ने मांगा जवाब
i
सचिन और बिन्नी बंसल से इनकम टैक्स विभाग ने मांगा जवाब
(फोटो: Twitter)

advertisement

फ्लिपकार्ट के फाउंडर सचिन और बिन्नी बंसल को अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से नोटिस मिला है. आईटी डिपार्टमेंट ने दोनों से अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट को शेयर बेचे जाने से होने वाले मुनाफे का ब्योरा मांगा है. साथ ही दोनों से पूछा गया है कि वे एडवांस टैक्स का भुगतान कब करेंगे.

इतना देना होगा टैक्स

इनकम टैक्स कानून के तहत सचिन और बिन्नी बंसल को अगस्त में फ्लिपकार्ट के शेयर वॉलमार्ट को बेचने से होने वाली कमाई का 20 परसेंट टैक्स देना होगा. फिलहाल दोनों को अपना एडवांस टैक्स चुकाना है.

इनकम टैक्स अधिकारी के मुताबिक, वॉलमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदे को लेकर विभाग ने सचिन और बिन्नी बंसल को लेटर भेजकर पूछा है कि क्या वे अपने टैक्स का भुगतान कर रहे हैं. वे बेंगलुरु में अपना टैक्स जमा कर रहे हैं, इसीलिए वहां आईटी अधिकारी उनके संपर्क में रहेंगे.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

पिछले साल हुआ था सौदा

पिछले साल अगस्त में वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट की 77 प्रतिशत हिस्सेदारी 16 अरब डॉलर में खरीदी थी. कंपनी ने इस सौदे में सॉफ्टबैंक, नेसपर्स, ऐसेल पाट्नर्स और ई-बे समेत 44 शेयर होल्डर्स से हिस्सेदारी खरीदी. इसके अलावा कंपनी के फाउंडर्स सचिन और बिन्नी बंसल ने भी अपनी हिस्सेदारी बेची थी.

वॉलमार्ट पहले ही 44 विदेशी शेयर होल्डर्स से हिस्सेदारी खरीदने पर 7,439 करोड़ रुपये टैक्स दे चुकी है. लेकिन भारतीय टैक्स कानून के तहत सचिन और बिन्नी बंसल को भी अपनी कमाई का 20 परसेंट टैक्स देना होगा.

वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट की 77 प्रतिशत हिस्सेदारी 16 अरब डॉलर में खरीदी थी (फोटो: रॉयटर्स)

सीईओ पद से दिया था इस्तीफा

इससे पहले बिन्नी बंसल ने अपनी ही कंपनी फ्लिपकार्ट के सीईओ पद से अपना इस्तीफा दे दिया था. उनके ऊपर मोलेस्टेशन के आरोप लगाए गए थे, जिसके बाद उन्होंने कंपनी का यह पद छोड़ने का फैसला किया.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT