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सालाना जीएसटी रिटर्न फॉर्म GSTR-9 भरने की आखिरी तारीख पर वेबसाइट डाउन होने के चलते लोग सोशल मीडिया पर गुस्सा जता रहे हैं. जीएसटी नेटवर्क की वेबसाइट पर काफी समय से दिक्कत आ रही है लेकिन ये ठीक नहीं हो पाई है. 31 जनवरी को GSTR-9 भरने की आखिरी तारीख है और ऐसे में दिक्कतों का सामना कर रहे लोग अब इस तारीख को आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.
लोग ट्विटर पर #gstnfailed और #GSTR9CExtend जैसे हैशटैग के साथ ट्वीट कर वित्त मंत्रालय और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से आखिरी तारीख आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.
कई लोगों ने GST के आसान सिस्टम को लेकर किए गए सरकार के दावों पर भी सवाल उठाए हैं.
GSTR-9 न भर पाने के बाद लेट फीस को लेकर भी लोगों ने गुस्सा जाहिर किया है. उनका कहना है कि इस फीस की वसूली इंफोसिस से की जाए, जो जीएसटी नेटवर्क की देखरेख करता है.
वहीं, कुछ ट्विटर यूजर ने कहा कि वो इस दिक्कत को अगली बार वोट देते समय याद रखेंगे.
सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (CBIC) ने 31 जनवरी को ट्विटर पर बताया कि GSTR-9 भरने की आखिरी तारीख बढ़ने का एक फेक ट्वीट सोशल मीडिया पर चल रहा है. CBIC ने साफ किया कि आखिरी तारीख नहीं बढ़ाई गई है और टैक्सपेयर से इन अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा. CBIC ने जिस फेक ट्वीट पर सफाई पेश की थी, उसमें लिखा था कि सालाना रिटर्न भरने की आखिरी तारीख 31 जनवरी से बढ़ाकर 14 फरवरी कर दिया गया है.
सूत्रों के मुताबिक, वित्त मंत्रालय ने जीएसटी नेटवर्क की देखरेख करने वाली कंपनी इंफोसिस के टॉप एग्जीक्यूटिव को तलब किया है. मंत्रालय जानना चाहता है कि कई बार कहने के बावजूद टेक्निकल दिक्कतें ठीक क्यों नहीं की गईं हैं. एक अधिकारी के मुताबिक, पिछले कई महीनों से लोगों की रिटर्न भरते समय दिक्कतों का सामना करने की शिकायतें आ रहीं थीं.
लोग जीएसटी नेटवर्क पोर्टल के स्लोडाउन, लॉगिन एरर या अपने आप लॉगआउट जैसी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं. इसके अलावा OTP का न आना या देर से आना, गेटवे का टाइम आउट हो जाना, GSTR-9C डॉक्यूमेंट का अपलोड न होना जैसी शिकायतें भी सामने आई हैं.
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