Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Business Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019मार्च में आ सकते हैं 15 IPO, किस कंपनी का क्या और कैसा है बिजनेस?

मार्च में आ सकते हैं 15 IPO, किस कंपनी का क्या और कैसा है बिजनेस?

करीब 10-16 कंपनियां मार्च में ही अपना इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) ला सकती हैं

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IPO मार्केट में मार्च महीने में आएंगी कई कंपनियां
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IPO मार्केट में मार्च महीने में आएंगी कई कंपनियां
(फोटो: iStock)

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साल 2021 में भारतीय शेयर बाजार ने अब तक गजब का प्रदर्शन दिखाया है. सेंकेंडरी बाजार में जो तेजी है, कंपनियां अब इसका फायदा प्राइमरी मार्केट में भी उठाना चाहता है. यही वजह है कि मार्च महीने में दर्जनभर से ज्यादा कंपनियों के IPO आ सकते हैं. मनीकंट्रोल की रिपोर्ट में ये बात कई सारे एक्सपर्ट और बैंकर्स ने कही है. तो इस हिसाब से IPO बाजार पर नजर रखने वालों के लिए ये महीना काफी अहम रहने वाला है. हम आपको बताते हैं कि वो कौन सी कंपनियां हैं जो IPO ला सकती हैं और बाजार से कितनी रकम जुटा सकती हैं? हम आपको इनके बिजनेस और कामकाज के बारे में भी बताएंगे.

2021 में IPO लाने वाली कंपनियों की रही चांदी

साल 2021 अब तक IPOs के लिहाज से काफी अच्छा रहा है. अब तक 8 कंपनियां IPO जारी कर चुकी हैं और इन्होंने बाजार से करीब 12,720 करोड़ रुपये जुटाए हैं. वहीं पिछले साल इस वक्त तक एक भी कंपनी IPO लेकर नहीं आई थी. अब उम्मीद लगाई जा रही है कि मार्च में IPO बाजार में इससे भी अच्छा प्रदर्शन देखने को मिल सकता है. इसलिए कई सारी कंपनियां इस मौके को भुनाते हुए अपनी कंपनी की अच्छी लिस्टिंग की उम्मीद लगाकर IPO ला रही हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक मार्च महीने में करीब 10-16 कंपनियां अपना इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) ला सकती हैं.

मार्च: कई सारे IPO कतार में

इस महीने अब तक MTAR टेक्नोलॉजी का IPO 3 मार्च को ही आ चुका है. इसके अलावा कई सारी दूसरी कंपनियों के IPO कतार में हैं. अनुपम रसायन, लक्ष्मी ऑर्गेनिक इंडस्ट्रीज, सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक, क्राफ्ट्समैन ऑटोमेशन, बार्बीक्यू नेशनल हॉस्पिटेलिटी, नजारा टेक्नोलॉजी, आधार हाउसिंग फाइनेंस, कल्याण ज्वेलर्स, इंडियन पेस्टिसाइड्स और पावर ग्रिड कॉर्पोरेशंस. एक अनुमान है कि इन IPO के जरिए कंपनियां करीब 25,000 करोड़ रुपये तक जुटाए सकती हैं.

क्या बिजनेस करती हैं ये कंपनियां

MTAR टेक्नोलॉजी

हैदराबाद स्थित कंपनी MTAR टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग सॉल्यूशंस पर काम करती है. ये IPO 3 मार्च को ओपन हो चुका है औ कंपनी का लक्ष्य है कि वो बाजार से करीब 650-680 करोड़ रुपये जुटाए. ये साल का 9वां IPO होगा.

ईजी ट्रिप प्लानर्स

जैसा कि नाम से ही साफ है कि ईजी ट्रिप प्लानर्स ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी का कामकाज करती है. कंपनी को आईपीओ को जरिए 510 करोड़ जुटाने हैं. कंपनी EaseMyTrip.com नाम से ट्रैवल वेबसाइट चलाती है.

अनुपम रसायन-

अनुपम रसायन के नाम से साफ है कि कंपनी कैमिकल्स के क्षेत्र में कामकाज करती है. कंपनी का लक्ष्य होगा कि बाजार से करीब 760 करोड़ रुपये जुटाए जाएं.

एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स-

एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स लिमिडेट कंपनी होटल, हॉस्पिटेलटी क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी है. कंपनी आईपीओ के जरिए बाजार से 1000 करोड़ रुपये तक जुटा सकती है.

लक्ष्मी ऑर्गेनिक इंडस्ट्रीज

लक्ष्मी ऑर्गेनिक्स कंपनी फार्मा, एग्रो, फूड पैकेजिंग सेक्टर के लिए सॉल्वेंट बनानेक का काम करती है. कंपनी की योजना है कि बाजार से करीब 800-850 करोड़ जुटाए जाएं.

सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक

सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस को सेबी से आईपीओ लाने के लिए मंजूरी मिल गई है. कंपनी 1,15,95,000 शेयर जारी करके 1300-1400 करोड़ जुटाएगी. कंपनी स्मॉल फाइनेंस बैंक चलाती है.

क्राफ्ट्समैन ऑटोमेशन

क्राफ्ट्समैन ऑटोमेशन कंपनी ऑटो सेक्टर से जुड़ा सामान बनाती है. इसे भी सेबी से मंजूरी मिल चुकी है. कंपनी बाजार से 800 करोड़ रुपये जुटा सकती है.

बार्बीक्यू नेशनल हॉस्पिटेलिटी

हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में काम करने वाली कंपनी बार्बीक्यू नेशनल हॉस्पिटेलिटी शेयर बाजार से करीब 1100-1200 करोड़ रुपये जुटा सकती है.

पौराणिक बिल्डर्स-

बिल्डिंग कारोबार में कामकाज करने वाली कंपनी पौराणिक बिल्डर्स शेयर बाजार से करीब 1000 करोड़ रुपये जुटा सकती है.

नजारा टेक्नोलॉजी

नजारा टेक्नोलॉजी गेमिंग और स्पोर्ट्स मीडिया प्लेटफॉर्म चलाती है. भारत के अलावा दूसरे देशों में इसका कामकाज है. कंपनी बाजार से करीब 2500 करोड़ रुपये जुटा सकती है.

आधार हाउसिंग फाइनेंस-

हाउसिंग फाइनेंस के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी आधार हाउसिंग फाइनेंस कंपनी बाजार से आईपीओ के जरिए 7300 करोड़ रुपये जुटा सकती है.

ESAF स्मॉल फाइनेंस बैंक-

केरल स्थित बैंक ईज स्मॉल फाइनेंस बैंक को भी सेबी से आईपीओ के लिए हरी झंडी मिल गई है. बैंक बाजार से 1000 करोड़ रुपये जुटा सकता है.

मेक्रोटेक डेवलपर्स (लोधा)-

कंस्ट्रक्शन का कामकाज करने वाली कंपनी मेक्रोटेक डेवलपर्स का भी आईपीओ मार्च में ही आ सकता है. ये कंपनी लोधा नाम से ज्यादा प्रचलित है. कंपनी का लक्ष्य है कि बाजार से करीब 2500 करोड़ जुटाए जाएं.

कल्याण ज्वेलर्स-

ज्वेलरी का कारोबार और रिटेल कामकाज करने वाली कंपनी कल्याण ज्वेलर्स अपना आईपीओ लाने की तैयारी में है. कंपनी बाजार से 1500-1800 करोड़ रुपये तक जुटा सकती है.

इंडियन पेस्टिसाइड्स-

नाम से ही साफ है कि इंडियन पेस्टिसाइड्स कंपनी कीटनाशक बनाती है. कंपनी की योजना है कि आईपीओ के जरिए बाजार से 800 करोड़ रुपये जुटाए जाएं.

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9 IPOs को सेबी की हरी झंडी

ऊपर दी गई लिस्ट में से करीब 9 कंपनियों को मार्केट रेगुलेटर सेबी ने IPO लाने के लिए मंजूरी भी दे ही है. ये कंपनियां हैं- ईजी ट्रिप प्लानर्स, पौराणिक बिल्डर्स, एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स, लक्ष्मी ऑर्गेनिक इंडस्ट्रीज, सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक, क्राफ्ट्समैन ऑटोमेशन, क्राफ्ट्समैन ऑटोमेशन, ESAF स्मॉल फाइनेंस बैंक, कल्याण ज्वेलर्स.

हेम सिक्योरिटीज की सीनियर रिसर्च एनालिस्ट आस्था जैन का मानना है कि मार्च में होने वाली लिस्टिंग जनवरी-फरवरी से भी ज्यादा हो सकती हैं.

बाजार ने बजट के बाद से गजब की तेजी दिखाई है और सेंसेक्स अब लगातार 51000 के पार कामकाज कर रहा है. वहीं निफ्टी भी 15000 के स्तरों के ऊपर है. बाजार का ऐसा मानना है कि बजट में किए गए सरकारी ऐलानों से बाजार बहुत खुश है. साथ ही बाजार में लगातार विदेशी इंस्टीट्यूशनल बाइंग हो रही है. तीसरे महीने में कंपनी की कॉर्पोरेट कमाई के आंकड़े भी अच्छे रहे हैं. इसके अलावा भारत में सफलतापूर्वक चल रहे वैक्सीनेशन से भी बाजार में एक भरोसा पैदा हुआ है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि बाजार में बीच में थोड़ा बहुत करेक्शन देखने को मिल सकता है लेकिन कोई बड़ी गिरावट नहीं होगी.

IPO क्या होता है?

सबसे पहले आपको आसान भाषा में समझा देते हैं कि IPO क्या होता है. दरअसल किसी भी कंपनी को शेयर बाजार पर आने लिस्ट होने के लिए अपने शेयर लोगों प्राइमरी मार्केट में बेचने होते हैं. इसके लिए कंपनियां अपना इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) निकालती हैं. IPO के जरिए निवेशक सीधे कंपनी से उसके शेयर खरीद सकता है.

इसके बाद कंपनी की सेंकेंडरी मार्केट शेयर बाजार/स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग कराई जाती है. यहां पर अबाध रूप से शेयर की खरीद-बिक्री की जा सकती है.

कंपनी की क्या कोशिश रहती है?

कंपनी की कोशिश होती है कि उनका IPO लोगों को आकर्षक लगे और ज्यादा से ज्यादा लोग कंपनी में निवेश करने के इच्छुक हों. तो हर कंपनी ऐसे वक्त में IPO लाना चाहती है जब बाजार में निवेशकों को मूड अच्छा हो. अनिश्चितता कम हो और बाजार में पर्याप्त मात्रा में पैसा (लिक्विडिटी) हो. अगर पैसा ज्यादा होगा तो निवेशक ज्यादा होंगे. अगर ज्यादा लोग IPO में इच्छुक होंगे तो कंपनी की साख बढ़ेगी और शेयर बाजार में भी अच्छी लिस्टिंग होगी.

निवेशक IPO में क्या देखते हैं?

वहीं निवेशकों की नजर ऐसे IPO विकल्पों पर रहती है जिसका अच्छा बिजनेस हो, कंपनी मुनाफा अच्छा कमाती हो, प्रदर्शन स्थिर हो, बैलेंसशीट मजबूत हो, कंपनी की वैल्यू अच्छी हो, प्राइस टू अर्निंग रेश्यो अच्छा हो. ऐसे कई सारे पैमाने होते हैं जिन पर एक्सपर्ट्स और एजेंसियां रिसर्च करके सलाह देती हैं कि किसमें निवेश करना चाहिए या किसमें निवेश से बचना चाहिए.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

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