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वीडियो एडिटर: मोहम्मद इब्राहिम
फरवरी की शुरुआत में फाइनेंशियल ईयर 2020-21 के लिए मोदी सरकार अपना पहला पूर्ण बजट पेश करेगी. हांलाकि ये मोदी सरकार 2.0 का दूसरा बजट है. म्यूचुअल फंड और SIP में निवेश करने वालों के लिए इस बजट के पहले क्या करना चाहिए और गिरते बाजार में क्या अभी बाजार में बने रहें या निकल लें. ये समझने के लिए हमने बात की दिग्गज मार्केट एक्सपर्ट विजय केडिया से.
विजय केडिया कहते हैं कि- मैं निराश जरूर हूं, लेकिन हताश नहीं हूं. बजट सिर्फ औपचारिता है ऐसा कहा जाता है लेकिन कुछ बजट हैं जो इतिहास में बेहद खास साबित हुए हैं. अब जो बजट आने वाला है वो भी लैंडमार्क बजट साबित हो सकता है. क्यों कि सरकार देख रही है वो इकनॉमी को सुधारने के किसी दूसरे रास्ते के बारे में सोच रहे होंगे.
विजय केडिया बताते हैं कि वो शेयर बाजार में पूरी तरह से निवेशित हैं. आज मेरे पास कैश नहीं है. आज भी मेरे पास कैश होंगे तो मैं शेयर खरीदूंगा. हर क्राइसिस में एक ही सिद्धांत पर निवेश करना चाहिए. जिसकी बैलेंसशीट साफ हो, जिसके प्रमोटर की अच्छी साख हो, कंपनी के प्रोडक्ट आने वाले 10 सालों में मांग कम न हो. अगर इन बातों का ख्याल रखेंगे और क्राइसिस के वक्त शेयर लेंगे तो आपका पैसा निश्चित तौर पर बढ़ेगा.
जो भी म्यूचुअल फंड या SIP करते हुए उनको विजय केडिया की सलाह है कि अपना निवेश जारी रखें. पहले भी आर्थिक मुसीबतों से निकलें हैं. आगे भी निकलेंगे.
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