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रेटिंग एजेंसी मूडीज ने सरकार का मूड अच्छा कर दिया है. अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट एजेंसी मूडीज ने 13 साल में पहली बार भारत की रेटिंग बढ़ा दी है. आर्थिक मोर्चे पर आलोचना झेल रही सरकार के लिए ये बड़ी राहत है. सरकार के आर्थिक सुधारों को अच्छे नंबर देते हुए मूडीज ने भारत की बॉन्ड रेटिंग BAA3 से बढ़ाकर BAA2 कर दी है. जबकि रेटिंग आउटलुक 'स्टेबल' रखा है.
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बाकायदा प्रेस कॉफ्रेंस करके मूडीज के फैसले का श्रेय सरकार की तरफ से किए गए सुधारों को दिया है.
मूडीज ने कहा है कि सरकार ने सुधारों के कदम से कर्ज को स्थिर रखने में मदद मिलेगी और देश की तरक्की की रफ्तार बढ़ेगी
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रेटिंग सुधार के बाद एक के बाद एक ट्वीट कर सरकार के कदमों की सराहना की है. शाह ने ट्वीट किया, “मोदी सरकार के सुधारों पर मूडीज ने मुहर लगाई है. मूडीज को भारत की क्षमताओं पर पूरा भरोसा”
मूडीज के मुताबिक मोदी सरकार ने जीएसटी, नोटबंदी के साथ मॉनिटरी पॉलिसी तय करने के लिए नया तरीका अपनाया है. इसके अलावा बैंकिंग सेक्टर के एनपीए निपटने के लिए कदम उठाए हैं. इसमें आधार बायोमैट्रिक सिस्टम और डायरेक्ट बेनेफिट स्कीम का भी जिक्र किया गया है. रिपोर्ट ने जीएसटी सुधार की तारीफ करते हुए कहा है कि इससे राज्यों के बीच कारोबार में हो रही रुकावटें दूर होंगी और ग्रोथ बढ़ेगी
मूडीज की क्रेडिट रेटिंग बढ़ने के बाद रुपए में मजबूती आई
सरकार के जिन कदमों की मूडीज ने तारीफ की है, उन्हीं की वजह से पिछले कुछ दिनों से विपक्ष सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहा है. नोटबंदी हो, जीएसटी हो या आधार योजना. विपक्ष के अलावा बीजेपी के बड़े नेताओं ने भी प्रधानमंत्री मोदी और वित्तमंत्री जेटली के फैसलों पर सवाल खड़े किए. यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी ने बाकायदा बयान दिया कि नोटबंदी सरकार की नाकामी का सबूत है. वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे दोनों मंत्रियों ने कहा था कि नोटबंदी और जीएसटी अमल में खामियों से इकनॉमी में बुरा असर पड़ेगा.
(इनपुट- BloombergQuint)
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