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निफ्टी पहली बार 9400 से ऊपर बंद होना घरेलू बाजारों के लिए बहुत बड़ा जश्न है. मॉनसून के बादलों का संदेश पढ़कर शेयर बाजार ऐसा झूमा कि सेंसेक्स और निफ्टी दोनों शिखर पर पहुंचा दिया.
दो दिन में आई दो खुशखबरियों ने कमाल किया. रबी की फसल की रिकॉर्ड पैदावार का अनुमान. फिर मौसम विभाग का लगातार दूसरे साल अच्छे मॉनसून की उम्मीद.
सेंसेक्स 30,200 पार कर चुका है और यही रफ्तार रही तो अगले दो तीन सत्र में 30,500 भी दूर नहीं है. निफ्टी 9400 के ऊपर है और ऐसा लग रहा है कि 10,000 ज्यादा दूर नहीं है.
एक नजर डालते हैं कि बाजार में अबतक क्या हुआ ?
बाजार में आई इस तेजी की कई खास वजहे हैं. डालते हैं इन वजहों पर नजर-
प्रभुदास लीलाधर की ज्वाइंट एमडी अमीषा वोरा के मुताबिक, उम्मीद और नकदी पर सवार होकर शेयर बाजार भाग रहा है और नकदी का फ्लो कम होने की गुंजाइश अभी कम है.
तमाम संकेत तो यही कहते हैं कि रिटेल निवेशकों को बाजार में कमाई के अभी भी पर्याप्त मौके हैं. हालांकि बाजार अभी शिखर पर है इसलिए थोड़ी बहुत गिरावट मुमकिन है. लेकिन विदेशी रकम के सहारे की तेजी थमने के आसार नहीं हैं.
शेयर बाजार लाइफटाइम शिखर पर है, इसलिए जानकारों की सलाह है कि छोटे निवेशक बहुत सोच समझकर निवेश करें. हालांकि बाजार में बड़ी गिरावट के आसार नहीं हैं. इसलिए दूर से नजारा देखने के बजाए तेजी में डुबकी लगा सकते हैं.
1. FMCG सेक्टर
ग्रामीण इकोनॉमी से सबसे ज्यादा इन्हीं को फायदा होता है. आज की रैली में दिग्गज FMCG कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर ने 5 परसेंट उछाल भरी. ऐसे में मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा के मुताबिक, आगे इसी सेक्टर से जुड़ी मजबूत कंपनियों में निवेश फायदेमंद होगा. जीएसटी की दरों का इंडस्ट्री और बाजार को खासतौर पर बेसब्री से इंतजार है.
2. ऑटो सेक्टर
ऑटो और वो भी खास तौर पर टू व्हीलर कंपनियों को अच्छे मॉनसून के सेंटीमेंट का सीधा फायदा मिलता है.
3. बैंक और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां
बैंकों के एनपीए पर लगाम लगाने के लिए कड़े कदम और रिजर्व बैंक को ज्यादा अधिकार देना बैंक शेयर में जान फूंकेगा.
4. कंज्यूमर ड्यूरेबल्स
टीवी, फ्रिज, माइक्रोवेब, एयरकंडीशनर बनाने वाली कंपनियां
हालांकि मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा के मुताबिक ये रैली पूरी तरह नकदी की रैली है, इसलिए जोखिम भी है. जानकारों के मुताबिक बाजार की तेजी के मुकाबले इकोनॉमी की रफ्तार उतनी तेज नहीं है. इसलिए आंख बंद कर रैली की सवारी ना करें. उम्मीद की तेजी को ग्लोबल मार्केट की एक भी बुरी खबर ब्रेक लगा सकती है. इसलिए म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश काफी सुरक्षित है. लेकिन यह भी सच है जोखिम में ही पैसे बनते हैं.
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