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सरकार ने फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FPI) की मांग को पूरा करते हुए उन पर लगाया गया हाई टैक्स सरचार्ज वापस ले लिया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की.
बता दें, साल 2019-20 के बजट में ऊंची कमाई करने वालों पर ऊंची दर से टैक्स सरचार्ज लगा दिया गया था. इसके बाद एफपीआई भी इस बढ़े हुए सरचार्ज के दायरे में आ गये थे.
सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इक्विटी शेयरों के ट्रांसफर से होने वाले लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म के कैपिटल प्रॉफिट पर सरचार्ज को वापस ले लिया गया है. उन्होंने कहा कि बजट से पहले की स्थिति को फिर कायम कर दिया गया है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह कदम पूंजी बाजार में निवेशकों को प्रोत्साहन देने के लिए उठाया गया है. बजट में एफपीआई पर सरचार्ज बढ़ाने की घोषणा से शेयर बाजार डगमगा गए थे.
वित्त मंत्री ने बताया कि इसी महीने पूंजी बाजार के भागीदारों और फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स ने उन्हें अपनी मांगों के समर्थन में मांग पत्र सौंपा था.
इसमें एफपीआई से सरचार्ज वापस लेने और डिविडेंड डिस्ट्रिब्यूशन टैक्स (डीडीटी) की समीक्षा की मांग की गई थी. सीतारमण ने कहा कि स्टार्टअप्स और उनके इन्वेस्टर्स की दिक्कतों को दूर करने के लिए एंजल टैक्स के प्रावधान को भी वापस लेने का फैसला किया गया है.
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स की समस्याओं के समाधान के लिए एक प्रकोष्ठ बनाया जाएगा.
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