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कच्चे तेल का निर्यात करने वाले देशों के संगठन ओपेक (OPEC) ने अपने उत्पादन में कटौती कर दी है, जिसकी वजह से कच्चे तेल की कीमतों में 10% का इजाफा हुआ है. 2008 के बाद यह पहली बार है, जब ओपेक ने अपने उत्पादन में कटौती की है.
वहीं रूस भी 15 साल बाद अपने तेल उत्पादन में कटौती करेगा. इस तरह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा होने से भारत में भी 10% तक तेल के दाम बढ़ सकते हैं.
हालांकि कुछ विश्लेषकों का कहना है कि इस महीने कीमतों में कमी आएगी और लंबे समय में अन्य उत्पादक ओपक और रूस द्वारा की गई कटौती की भरपाई कर सकते हैं.
दुनिया का एक-तिहाई कच्चा तेल ओपेक से ही मिलता है.
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