Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Business Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019साल 2016 की शुरुआत से ही हो रही थी नोटबंदी पर चर्चा

साल 2016 की शुरुआत से ही हो रही थी नोटबंदी पर चर्चा

डिमाॅनेटाइजेशन के फायदे और नुकसान को लेकर चर्चा साल 2016 की शुरुआत से ही चल रही थी.

कौशिकी कश्यप
बिजनेस
Updated:
(फोटो: द क्विंट)
i
(फोटो: द क्विंट)
null

advertisement

नोटबंंदी को लेकर फायदे नुकसान के बारे में वित्त मंत्रालय ने पहले ही सरकार को जानकारी दे दी थी. वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने वित्तीय मामलों पर संसद की स्टैंडिंग कमेटी को बताया कि साल 2016 की शुरुआत से ही नोटबंदी के फायदे और नुकसान पर चर्चा हो रही थी.

आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने वित्तीय मामलों पर संसद की स्‍टैंडिंग कमेटी को बताया है कि नोटबंदी के बाद से अब तक 9.2 लाख करोड़ के नए नोट सिस्‍टम में लाए जा चुके हैं.

न्‍यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है. उर्जित पटेल ने बुधवार को स्टैंडिंग कमेटी के सामने नोटबंदी से जुड़े तथ्‍य पेश किए.

जानकारी के मुताबिक, वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने कमेटी के पैनल को बताया कि डिमाॅनेटाइजेशन के फायदे और नुकसान को लेकर चर्चा साल 2016 की शुरुआत से ही चल रही थी.

स्टैंडिंग कमेटी के सदस्‍य और तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत राॅय ने बताया कि आरबीआई गवर्नर ये बताने में नाकाम रहे थे कि बैंकों में पुराने नोटों के रूप में कितनी रकम वापस आई है? उन्होंने आरबीआई को निशाने पर लेते हुए ये भी कहा था कि केंद्रीय बैंक यह भी नहीं बता पा रहा कि स्थिति कब सामान्य होगी.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

इस मामले को लेकर मुख्य बातों पर डालें एक नजर-

  • इस कमेटी की अध्यक्षता कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली कर रहे हैं.
  • मीटिंग के दौरान बीजेपी मेंबर्स ने नोटबंदी को लेकर ज्यादा सवाल नहीं खड़े किए. वहीं कांग्रेस मेंबर्स ने भारतीय रिजर्व बैंक की स्वायत्तता को लेकर सवाल खड़े किए. साथ ही पूछा कि नोटबंदी का फैसला किसने लिया.
  • कमेटी मेंबर और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने नोटबंदी को ऐतिहासिक नाकामी बताया था.
  • कमेटी मेंबर्स को अपने जवाबों से संतुष्ट नहीं कर पाने पर वित्त मंत्रालय ने जवाब देने के लिए और समय की मांग की है.
  • उर्जित पटेल को संसदीय लोकलेखा समिति (PAC) के सामने इस मुद्दे को लेकर 20 जनवरी को फिर से पेश होना है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 18 Jan 2017,05:14 PM IST

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT