Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Business Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019यस बैंक संकट:मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED ने अनिल अंबानी को किया तलब

यस बैंक संकट:मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED ने अनिल अंबानी को किया तलब

रिलायंस ग्रुप की कंपनियों ने बैंक से तकरीबन 12,800 करोड़ रुपये कर्ज लिया था, जो एनपीए हो गया.

क्विंट हिंदी
बिजनेस
Published:
ब्रिटेन कोर्ट में वकीलों ने कहा, अनिल अंबानी अमीर थे,अब नहीं हैं
i
ब्रिटेन कोर्ट में वकीलों ने कहा, अनिल अंबानी अमीर थे,अब नहीं हैं
(फोटोः PTI)

advertisement

यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी को नोटिस भेजा है. हालांकि अब अनिल अंबानी ने प्रवर्तन निदेशालय के सामने आने के लिए और समय मांगा है.

ईडी के अधिकारियों के मुताबिक अनिल अंबानी को सोमवार को मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में आने के लिए कहा गया था, क्योंकि अनिल अंबानी ग्रुप कंपनियां उन बड़ी संस्थाओं में से हैं, जिन्होंने यस बैंक से लोन लिए थे. रिलायंस ग्रुप की कंपनियों ने बैंक से तकरीबन 12,800 करोड़ रुपये कर्ज लिया था, जो एनपीए हो गया.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने छह मार्च की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि अनिल अंबानी ग्रुप, एस्सेल, आईएलएफएस, डीएचएफएल और वोडाफोन जैसे कुछ ग्रुप ने यस बैंक से कर्ज लिया था.

ईडी के अधिकारियों का कहना है कि उन सभी बड़ी कंपनियों के प्रमोटर, जिन्होंने बैंक से बड़े लोन लिए थे, जो बाद में खराब हो गए, उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है. अधिकारियों ने कहा कि उन सभी बड़ी कंपनियों के प्रमोटर्स को पूछताछ के लिए बुलाया है, जिन्होंने कर्ज लिया और वापस नहीं कर सके.

क्या है यस बैंक का संकट मामला?

बता दें कि यस बैंक ने कई बड़ी कंपनियों को अंधाधुन लोन बांटे, जिससे उसका एनपीए और बैड लोन बढ़ गया. इसी को देखते हुए आरबीआई की सिफारिश पर भारी वित्तीय संकट से जूझ रहे यस बैंक पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया. इस प्रतिबंध के बाद बैंक का कोई भी खाताधारक अपने अकाउंट से 50 हजार रुपये से अधिक रकम नहीं निकाल सकता. यस बैंक के प्रोमोटर राणा कपूर ईडी की हिरासत में हैं. कपूर पर देवन हाउसिंग फायनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DHFL) से संबधित मनी लॉन्ड्रिंग की साजिश में शामिल होने का आरोप है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT