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स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने लोन रिस्ट्रक्चरिंग की योग्यता जानने के लिए एक पोर्टल लॉन्च किया है. SBI के ग्राहक इस ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर योग्यता चेक कर सकते हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के निर्देशों के बाद, SBI ने अपने ग्राहकों को कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव से राहत देने के लिए रिस्ट्रक्चरिंग पॉलिसी जारी की है.
ये रेफेरेंस नंबर 30 दिनों के लिए वैध होगा और इस दौरान ग्राहक ब्रांच जाकर औपचारिकताओं को पूरा कर सकते हैं. रिस्ट्रक्चरिंग प्रक्रिया डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन और ब्रांच में कुछ कार्रवाई के बाद पूरी हो जाएगी.
लेकिन रिस्ट्रक्चरिंग प्रक्रिया के लिए योग्य कौन होगा? क्या लोन की कीमत में कोई बदलाव होगा? इन सब सवालों के जवाब जानिए.
इस प्रक्रिया के तहत योग्य कौन होगा?
कोई भी ग्राहक कोरोना वायरस महामारी से इन सूरतों में प्रभावित माना जाएगा:
लोन रिस्ट्रक्चरिंग के लिए अप्लाई करते समय क्या डॉक्युमेंट देने होंगे?
इन डॉक्युमेंट्स की कॉपी ऑनलाइन अपलोड करनी होगी या फिर एप्लीकेशन फॉर्म के साथ देनी होंगी:
क्या लोन की प्राइसिंग बदल जाएगी?
हां, लोन की बची हुई अवधि के लिए मौजूदा प्राइसिंग पर अतिरिक्त 0.35% सालाना का ब्याज देना पड़ेगा.
बैंक कितने दिनों में प्रक्रिया पूरी कर देगा?
सामान्य रूप से आपके एप्लीकेशन देने के 7-10 दिन में बैंक एप्लीकेशन को प्रोसेस कर देगा.
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