advertisement
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन बाजार में भारी गिरावट के साथ शुरुआत हुई है. सेंसेक्स करीब 4.71 परसेंट यानी 1527 प्वाइंट की गिरावट साथ 32,575.60 के स्तरों पर खुला है, वहीं निफ्टी 4.27 परसेंट कमजोरी के साथ 9,522 के स्तरों पर खुला है.
सोमवार को रुपये की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई. डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे कमजोर होकर 74.06 के स्तर पर खुला. वहीं, पिछले कारोबारी दिन डॉलर के मुकाबले रुपया 32 पैसे मजबूत होकर 73.92 के स्तर पर बंद हुआ था.
फिलहाल निफ्टी के सभी सेक्टर लाल निशान में हैं. लेकिन सबसे ज्यादा गिरावट IndusInd Bank में देखने को मिल रही है. IndusInd Bank के शेयर 8 फीसदी से ज्यादा गिर गए हैं. वहीं ICICI, Axis, HDFC सभी के शेयर 7 फीसदी से ज्यादा गिर चुके हैं.
शेयर बाजार में शुक्रवार कई मायनों में एतिहासिक रहा. बाजार के खुलने के कुछ ही मिनटों बाद ही बाजार 2500 प्वाइंट से ज्यादा गिर गया, जिसके बाद लोअर सर्किट लग गया. लोअर सर्किट की वजह से ट्रेडिंग रोकनी पड़ी थी. हालांकि दोबारा ट्रेडिंग शुरू होने के कुछ देर बाद सेंसेक्स में 1700 प्वाइंट तक की तेजी देखने को मिली. यह सेंसेक्स के इतिहास की सबसे बड़ी इंट्राडे रिकवरी थी. शुक्रवार को सेंसेक्स 1325.34 प्वाइंट ऊपर चढ़कर और 34,103.48 पॉइंट पर बंद हुआ था.
आज के कारोबार में प्राइवेट बैंक और फाइनेंशियल कंपनियों के शेयरों में भारी कमजोरी देखने को मिल रही है. HDFC, HDFC बैंक, ICICI बैंक में खासी कमजोरी देखने को मिली है. वहीं दूसरे शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस के शेयर भी टूटे हैं
बाजार के आखिरी घंटे में बाजार में जमकर कमजोरी देखने को मिल रही है. सेंसेक्स की शुरुआत तो 1500 की कमजोरी के साथ हुई थी लेकिन अब बिकवाली अचानक बढ़ गई है और सेंसेक्स करीब 2500 प्वाइंट टूट गया है.
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
शुक्रवार के दिन बाजार में शुरुआती गिरावट के बाद गजब की रिकवरी देखने को मिली थी और लगा था कि अब बाजार रिकवरी की तरफ बढ़ सकता है. लेकिन हफ्ते के पहले ही कारोबारी दिन बाजार ने ऐसी उम्मीद रखने वालों को गलत साबित कर दिया है. 16 मार्च को सेंसेक्स करीब 2700 प्वाइंट कमजोरी के साथ वहीं निफ्टी भी 750 प्वाइंट कमजोरी के साथ बंद हुआ है.
कमजोरी के अलावा खास बाजार में उतार चढ़ाव काफी ज्यादा देखने को मिल रहा है. इंडिया का वॉलिटेलिटी इंडेक्स 2008 के बाद से सबसे ज्यादा है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)