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शेयर बाजार ने भी बिजनेस रैंकिंग में जोरदार उछाल का जश्न नया रिकॉर्ड बनाकर किया. शेयर बाजार इन दिनों इसी गोल्डन पीरियड में चल रहा है. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने ही नया शिखर छू लिया. बाजार को इस वक्त तेजी का बहाना चाहिए और हर अच्छी खबर को इनाम मिल रहा है. वर्ल्ड बैंक की बिजनेस आसान करने वाले देशों की रैंकिंग में भारत 30 पायदान ऊपर पहुंच गया. इसी खुशी में निफ्टी पहली बार 10,400 और सेंसेक्स 33,450 के रिकॉर्ड को पार कर गया.
इसी बात से अंदाज लगाइए कि बैंकिंग, एफएमसीजी, जैसे तमाम सेक्टर डेढ़ परसेंट तक उछल गए. जियो से जबरदस्त कंपिटीशन की वजह से मुनाफे में कमी के बावजूद एयरटेल में जोरदार तेजी अच्छे मूड का संकेत है. इसके अलावा जिस बड़े शेयर का नाम लीजिए उसने इन दिनों पैसा कमाकर दिया है.
बाजार जब चलता है तो निवेशक खतरों को भूल जाते हैं. लेकिन क्या तेजी के हाइवे पर कोई स्पीडब्रेकर हैं? या फिर दूर दूर तक कोई रेड लाइट नहीं है?
संकेत तो यही कहते हैं कि छोटे उतार-चढ़ाव भले आएं लेकिन बड़े खतरे अभी नहीं दिख रहे हैं. फिर भी 5 बड़े फैक्टर जो नई उम्मीद जगा रहे हैं और जिनपर निवेशकों को नजर रखनी चाहिए.
1. वर्ल्ड बैंक की रैंकिंग का जश्न
बिजनेस को आसान बनाने में भारत ने 190 देशों के साथ कंपिटीशन में अपना जलवा कायम कर लिया है. एक ही बार में 30 पायदान का उछाल, टॉप 100 देशों में शामिल होना बड़ी उपलब्धि.
2. दुनियाभर के बाजारों में खुशी
एशिया से यूरोप होते हुए अमेरिकी बाजार तक सभी जगह इन दिनों जैसे त्योहारों का मौसम चल रहा है. निक्कई से लेकर डाओ और नैस्डेक तक कोई पीछे हटने को तैयार नहीं है.
3. जीएसटी रिटर्न फाइलिंग में लगातार सहूलियत
जीएसटी को लेकर निगेटिव सेंटिमेंट कुछ कम हुए हैं, क्योंकि सरकार कारोबारियों को लगातार राहत दे रही है. इससे उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही जीएसटी से जुड़ी दिक्कतें कम होने लगेंगी.
4. विदेशी निवेशकों भी खरीदार बने
अगस्त और सितंबर में लगातार बिकवाली के बाद विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर में जमकर खरीदारी की है. अंतरिम आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने 3000 करोड़ रुपए से ज्यादा की नेट खरीदारी की है. यह अच्छा संकेत है क्योंकि अभी तक घरेलू निवेशक ही बाजार को संभाले हुए थे.
5. अच्छे आंकड़ों का सिलसिला
8 कोर सेक्टर की ग्रोथ 6 माह के शिखर पर है. इसका मतलब यह लगाया जा सकता है आगे चलकर इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन भी बेहतर होगा.
अभी तो कहा जा सकता है कि शेयर बाजार की इन दिनों ठीक विराट कोहली जैसी फॉर्म पर चल रहा है. मतलब ये कि सिर्फ मैदान पर उतरना है, रिकॉर्ड खुद-ब-खुद बनते चले जा रहे हैं.
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