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अगर आप क्रिकेट के शौकीन हैं, तो इन दिनों इंग्लैंड में चल रहे चैंपियंस ट्रॉफी के मैच जरूर देख रहे होंगे. टेलीविजन पर इन मैचों के प्रसारण के बीच में म्युचुअल फंड के विज्ञापन भी आते हैं. इन विज्ञापन की टैगलाइन है- म्युचुअल फंड्स, सही है. ये विज्ञापन आपको भी कम से कम एक बार म्युचुअल फंड में इंवेस्टमेंट के लिए प्रेरित तो कर रहे होंगे.
तो फिर अगर आपने म्युचुअल फंड में इंवेस्ट करने का मन बना लिया है, तो हम आपको बताते हैं इंवेस्टमेंट के लिए देश के बेस्ट म्युचुअल फंड कौन से हैं.
ऐसे में म्युचुअल फंड में निवेश के पहले जरूरी है कि उसकी परफॉर्मेंस देखी जाए. फाइनेंशियल प्लानर इस बात की सलाह देते हैं कि किसी भी म्युचुअल फंड में निवेश के पहले आपको ना सिर्फ उसका पिछला साल का परफॉर्मेंस देखना चाहिए, बल्कि तीन साल और पांच साल के रिटर्न भी देखने चाहिए.
यहां हम आपको जो म्युचुअल फंड बता रहे हैं, वो कम से कम पिछले तीन साल से अस्तित्व में हैं. इस म्युचुअल फंड की कैटेगरी है इक्विटी- लार्ज कैप और इस कैटेगरी के बेस्ट पांच फंड ने पिछले तीन सालों में कम से कम 15 परसेंट सालाना रिटर्न जरूर दिया है.
लेकिन सबसे आगे है मोतीलाल ओसवाल मोस्ट फोकस्ड 25 फंड, जिसका 3 साल का औसत रिटर्न है 18.21 परसेंट और पिछले एक साल का रिटर्न तो करीब 28 परसेंट है. इसके बाद हैं मिरे एसेट इंडिया अपॉर्च्युनिटीज फंड, एसबीआई ब्लूचिप फंड, जेएम मल्टी स्ट्रैटेजी फंड और इन्वेस्को इंडिया ग्रोथ फंड.
ये सारे फंड इक्विटी आधारित हैं, यानी इनमें अगर आपने साल भर तक अपना निवेश बनाए रखा तो होने वाले रिटर्न पर आपको कोई टैक्स भी नहीं देना होगा. लेकिन अगर आप इक्विटी में अपना पूरा पैसा नहीं लगाना चाहते तो फिर आप इक्विटी ओरिएंटेड हाइब्रिड म्युचुअल फंड चुन सकते हैं. इक्विटी ओरिएंटेड हाइब्रिड म्युचुअल फंड में इक्विटी और डेट दोनों एसेट क्लास में निवेश होता है, हालांकि ज्यादा हिस्सा इक्विटी में ही लगता है. डेट कंपोनेंट होने की वजह से इस तरह के फंड में जोखिम कम हो जाता है. हालांकि हो सकता है कि रिटर्न भी कम मिले. इस कैटेगरी में जो म्युचुअल फंड सबसे ऊपर है, वो है टाटा रिटायरमेंट सेविंग्स फंड.
यहां हमने जो रैंकिंग की है, वो म्युचुअल फंड के तीन साल के परफॉर्मेंस के आधार पर की है, क्योंकि हो सकता है कि किसी एक फंड का पिछला साल का परफॉर्मेंस तो शानदार हो लेकिन आने वाले सालों में वही परफॉर्मेंस जारी नहीं रह पाए.
वैसे प्योर इक्विटी और इक्विटी ओरिएंटेड हाइब्रिड म्युचुअल फंड के रिटर्न्स में बहुत बड़ा अंतर नहीं है. इसलिए आप इनमें से कोई भी अपनी सुविधा से चुन सकते हैं. बस, इन्वेस्टमेंट के इस फॉर्मूले को याद रखिए कि निवेश की अवधि लंबी है तो बेहतर है.
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