Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Coronavirus Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019कोरोना सेकंड वेव को चुनाव के साथ जोड़ना सही नहीं : अमित शाह

कोरोना सेकंड वेव को चुनाव के साथ जोड़ना सही नहीं : अमित शाह

अभी लॉकडाउन के हालात नहीं दिख रहे- शाह

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जब भारत में हर दिन दो लाख से ज्यादा कोरोना के मामले आ रहे हैं तब बंगाल की चुनावी रैलियों में बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के लाखों की भीड़ परेशान करने वाली है. ऐसे में गृह मंत्री अमित शाह ने कोरोना को चुनाव के साथ जोड़ने को गलत बताया है.

उन्होंने रोज बढ़ते मामलों के बीच बड़ी चुनावी रैली करने के सवाल पर जवाब देते हुए कहा -

“महाराष्ट्र में चुनाव है क्या? उधर 7000 केस है, इधर 4000 हैं .महाराष्ट्र के लिए भी मुझे अनुकंपा है और इसके लिए भी अनुकंपा है. इसको चुनाव के साथ जोड़ना ठीक नहीं है. किन-किन राज्यों में चुनाव हुआ? जहां चुनाव नहीं हुआ है, उधर ज्यादा बढ़े हैं”

अमित शाह ने यह बात इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में कही. चुनाव को लोकतंत्र का अभिन्न हिस्सा बताते हुए उन्होंने कहा कि चुनावी रैली में लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए और वो बरत भी रहे हैं. उनके अनुसार "जब चुनाव की घोषणा हो गई है तब हमारे पास कोई और विकल्प नहीं है.”

उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने कुछ निर्णय लिये हैं. वैक्सीनेशन को तेज करने के लिए विदेशी वैक्सीनों को मंजूरी दी गई है. साथ ही उनके उत्पादन को बढ़ाने के कदम उठाए गए हैं

सीरम इंस्टीट्यूट ने 3000 करोड़ रुपये मांगे?

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा वैक्सीन उत्पादन को बढ़ाने के लिए सरकार से 3000 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद की मांग की खबरों पर शाह ने कहा कि "आपको किसने बताया कि उन्होंने मदद मांगी है? बातचीत चल रही है और देखते है क्या करने की जरूरत है".

“हमारा वैक्सीनेशन प्रोग्राम दुनिया में सबसे तेज था. पहले 10 दिनों के भीतर सबसे ज्यादा लोगों को भारत ने वैक्सीन दिया था. मैं वैक्सीन की कमी की बात से सहमत नहीं हूं”.
अमित शाह
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लॉकडाउन जैसी स्थिति नहीं दिख रही है

बढ़ते कोरोना मामलों को नियंत्रित करने के लिए विकल्प के रूप में लॉकडाउन के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार स्टेकहोल्डर्स के साथ बातचीत कर रही है. शाह ने कहा, “पिछली बार लॉकडाउन के उद्देश्य अलग थे. हम इंफ्रास्ट्रक्चर और "लाइन ऑफ ट्रीटमेंट" तैयार करना चाहते थे. हमारे पास कोई दवाइयां और वैक्सीन नहीं थी.”

“अब हालात अलग है. हम मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत कर रहे हैं. जो भी सहमति बनेगी उसी के आधार पर आगे बढ़ा जाएगा. मगर जल्दीबाजी में लॉकडाउन करना, ऐसी स्थिति नहीं दिख रही है.”
अमित शाह

‘रविन्द्रनाथ टैगोर उत्तर प्रदेश के लिए बाहरी हैं क्या?’

बीजेपी पर TMC द्वारा बंगाल में "बाहरी" होने के आरोप पर जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि बंगाल की जनता ने पहले ही निर्णय कर लिया है.

”अगर यही कांसेप्ट है तो रविंद्र नाथ टैगोर उत्तर प्रदेश के लिए बाहरी हैं? क्या तेलंगाना और तमिलनाडु के लिए सुभाष चंद्र बोस बाहरी हैं? सब जानते हैं कि बंगाल का मुख्यमंत्री यहीं से होगा.”
अमित शाह

उनके अनुसार BJP अखिल भारतीय पार्टी है और यहां प्रचार कर रही है. मोदी जी देश के प्रधानमंत्री है और वे बंगाल के लोगों से बात क्यों नहीं कर सकते. यह किस तरह का लोकतंत्र है?

CAA लागू होगा

CAA को लागू करने में हो रही देरी से असम में BJP के प्रदर्शन पर असर की बात पर उन्होंने कहा कि " CAA अब 'लॉ ऑफ़ लैंड है' और उसे लागू होना ही होगा.

शाह ने कहा, "मुझे लगता है कि CAA एक ऐसा कानून है जो देश के लिए अच्छा है और ऐसे मुद्दे से जुड़ा है जो लाखों लोगों को प्रभावित करता है. यह कानून लागू होगा.”

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