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दिल्ली और एनसीआर (Delhi-NCR) में कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं, तीसरी लहर के बाद हालात सुधरने पर पाबंदियां तो हटा ली गईं, लेकिन अब उसका असर भी दिखने लगा है. बच्चों के संक्रमित होने की संख्या ज्यादा देखने को मिल रही है. खास कर दिल्ली एनसीआर के इलाकों में.
जिलाधिकारी ने सभी स्कूलों में कोरोना हेल्प डेस्क स्थापित करने का आदेश दिया है. उन्होंने जिले में कोरोना वायरस की स्थिति पर नजर रखने के लिए एक टीम गठित करने के भी निर्देश दिए हैं. प्रशासन की ओर से कहा गया है कि कोरोना वायरस के लक्षणों का अनुभव होने पर लोग 18004192211 पर कॉल करके जानकारी दे सकते हैं.
पिछले कुछ दिनों से दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में लगातार कोरोना वायरस मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं. रविवार, 17 अप्रैल को दिल्ली में कोरोना वायरस के 517 नए केस रिपोर्ट किए गए. इसी के साथ राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण की दर 4.21 प्रतिशत हो चुकी है.
इसके अलावा गाजियाबाद और गुरुग्राम में भी कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. कोरोना के खतरों को देखते हुए कई स्कूलों को बंद कर दिया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुग्राम और गाजियाबाद में एक्टिव मामलों की संख्या 332 और 129 है. रविवार के गुरुग्राम में कोरोना वायरस के 157 नए केस रिपोर्ट किए गए.
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के खतरे को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार, 16 अप्रैल को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) जिलों गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर को अलर्ट मोड पर रखने का आदेश जारी किया. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और लखनऊ में सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना मैनेजमेंट मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ये आदेश दिया.
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