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भारत में 25 जनवरी को COVID-19 के मामलों में थोड़ी गिरावट होने के बाद, 26 जनवरी को फिर वृद्धि दर्ज की गई है. देश में पिछले एक दिन में कोरोना वायरस के 2.85 लाख मामले सामने आए हैं. इस दौरान 665 लोगों की मौत हो गई और 2.99 लाख रिकवरी दर्ज की गई.
भारत का पॉजिटिविटी रेट भी बढ़कर 16.16% हो गया है. वहीं, कुल एक्टिव केसों की संख्या 22.23 लाख है.
कोविड-19 वायरस अभी तक मुख्य रूप से सांस संबंधी बीमारियों में ही अधिक खतरनाक माना जा रहा था, मगर अब विशेषज्ञों का कहना है कि मध्यम से गंभीर संक्रमण वाले लगभग 90 प्रतिशत लोगों के दिल पर इसका स्थायी प्रभाव पड़ता है.
वैसे तो कोविड सबसे अधिक फेफड़ों को प्रभावित करता है, लेकिन ताजा अध्ययनों से पता चला है कि कोविड के कारण दिल संबंधी जटिलताओं के मामले भी बढ़ रहे हैं.
वायरस तीव्र मायोकार्डियल इंजरी और हार्ट सिस्टम को पुरानी क्षति का कारण बन सकता है.
नई दिल्ली स्थित जी. बी. पंत अस्पताल में कार्डियोलॉजी प्रोफेसर डॉ. (प्रो) मोहित गुप्ता ने कहा, सभी रोगियों में से जो मध्यम से गंभीर कोविड से पीड़ित हैं, उनमें से 80 से 90 प्रतिशत को हृदय की दिक्कत देखने को मिली है. उन्होंने आगे कहा, "कोविड के ठीक होने के बाद के रोगियों में हृदय और फेफड़े प्रभावित होते हैं और 15-30 प्रतिशत रोगी इससे प्रभावित होते हैं."
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