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कोरोना की तीसरी लहर से पहले भारत में ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट करने की तैयारी चल रही है. इसी बीच कुछ नई वैक्सीनों को भी भारत में मंजूरी मिल रही है, साथ ही अगले कुछ महीनों में कई और वैक्सीन भारत आ सकती हैं. इसी बीच ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने डॉक्टर रेड्डीज से कहा है कि वो स्पूतनिक लाइट (Sputnik light) का डेटा शेयर करे.
स्पूतनिक लाइट रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी का ही एक वर्जन है, लेकिन ये वैक्सीन सिंगल शॉट है. यानी इसके दो नहीं बल्कि सिर्फ एक डोज दिया जाएगा. जल्द भारत में इस सिंगल शॉट वैक्सीन को लॉन्च किया जा सकता है. इसीलिए अब DCGI ने रूस की स्पूतनिक वी से कहा है कि वो अपनी वैक्सीन के इस दूसरे वर्जन का ट्रायल डेटा उपलब्ध कराएं.
बता दें कि DCGI को डेटा मिलने के बाद इसे परखा जाएगा और इसके बाद भारत में स्पूतनिक लाइट के इस्तेमाल की मंजूरी दी जाएगी. देश में वैक्सीन की कमी के बीच अब सरकार की तरफ से विदेशी वैक्सीनों को मंजूरी देने का काम तेजी से किया जा रहा है.
स्पूतनिक लाइट को फिलहाल इस्तेमाल की मंजूरी नहीं मिली है, लेकिन कंपनी की तरफ से भारतीय फार्मा कंपनियों के साथ करार किए जा रहे हैं. भारत में हर महीने स्पूतनिक वी के करोड़ों डोज तैयार किए जाएंगे. रशियन डायरेक्टर इनवेस्टमेंट फंड (RDIF) की तरफ से स्पूतनिक वी की फंडिंग की जा रही है. RDIF ने कुछ दिनों पहले बताया था कि, इस साल तक स्पूतनिक वी के 85 करोड़ डोज बनाने का टारगेट रखा गया है. उन्होंने कहा था कि भारत में जल्द स्पूतनिक लाइट भी आ जाएगी.
कंपनी की तरफ से दावा किया गया है कि स्पूतनिक लाइट कोरोना मरीजों पर 79.3% कारगर है, जो कि कई टू-शॉट वैक्सीन से भी ज्यादा है. साथ ही बाकी वैक्सीन की तरह ये भी दावा करती है कि ये सभी कोरोना वेरिएंट्स पर कारगर है.
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