Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Coronavirus Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019‘कोरोना के हल्के लक्षण में CT स्कैन का फायदा कम, नुकसान ज्यादा’

‘कोरोना के हल्के लक्षण में CT स्कैन का फायदा कम, नुकसान ज्यादा’

एम्स डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने सीटी स्कैन को लेकर दी चेतावनी 

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(फोटो: AlteredByQuint)
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केंद्र सरकार ने कहा है कि महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश समेत कुछ राज्य/केंद्र शासित प्रदेश COVID-19 के रोजाना के नए मामलों में गिरावट के शुरुआती संकेत दे रहे हैं. सरकार ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि रिकवरी रेट में भी सुधार हुआ है, जो 2 मई को लगभग 78 फीसदी था, जबकि 3 मई को बढ़कर करीब 82 फीसदी हो गया.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने कहा कि ये शुरुआती अच्छे संकेत हैं, जिन पर हमें नियमित तौर पर काम करना होगा. इस दौरान उन्होंने ऐसे भी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों का जिक्र किया, जो अभी भी COVID-19 के रोजाना के नए मामलों में बढ़ोतरी का ट्रेंड दिखा रहे हैं. 
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इन राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से स्थिति में सुधार के संकेत

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, जो राज्य/केंद्र शासित प्रदेश COVID-19 के रोजाना के नए मामलों में गिरावट के शुरुआती संकेत दे रहे हैं, उनमें छत्तीसगढ़, दमन और दीव, दिल्ली, गुजरात, झारखंड, लद्दाख, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड शामिल हैं.

(फोटो: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय)

इन राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में अभी भी चिंताजनक ट्रेंड

लव अग्रवाल ने कहा कि कुछ राज्य/केंद्र शासित प्रदेश COVID मामलों में बढ़ोतरी के संकेत दिखा रहे हैं, इनको जरूरी सावधानी बरतनी चाहिए. उन्होंने बताया कि इस लिस्ट में आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, हरियाणा, कर्नाटक, केरल, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर और मेघालय जैसे राज्य/केंद्र शासित प्रदेश शामिल हैं.

(फोटो: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय)
(फोटो: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय)
इसके अलावा उन्होंने बताया कि 12 राज्यों में 1 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं.

सीटी-स्कैन का हो रहा दुरुपयोग: रणदीप गुलेरिया

AIIMS के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने सोमवार को कहा, ''सीटी-स्कैन और बायोमार्कर्स का दुरुपयोग किया जा रहा है. हल्के लक्षण होने पर सीटी-स्कैन कराने का कोई फायदा नहीं है. एक सीटी-स्कैन 300 चेस्ट एक्स-रे के बराबर है, यह बहुत हानिकारक है.''

उन्होंने कहा,

  • ''जब सीटी स्कैन की जरूरत नहीं है तो उसे कराकर आप खुद को नुकसान ज्यादा पहुंचा रहे हैं क्योंकि आप खुद को रेडिएशन के संपर्क में ला रहे हैं. इससे बाद में कैंसर होने की आशंका बढ़ सकती है.''
  • ''होम आइसोलेशन में रह रहे लोग अपने डॉक्टर से संपर्क करते रहें. सेचुरेशन 93 या उससे कम हो रही है, बेहोशी जैसे हालात हैं, छाती में दर्द हो रहा है तो एकदम डॉक्टर से संपर्क करें.''
  • ‘’वायरस का म्यूटेंट कोई भी हो हम कोविड उपयुक्त व्यवहार रखें. वायरस इंसान से ही इंसान में फैल रहा है और ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल भी वो ही हैं.’’

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार को जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 24 घंटों में COVID-19 के 368147 नए कन्फर्म्ड केस सामने आए, जबकि इसकी वजह से 3417 लोगों की मौत हो गई.

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Published: 03 May 2021,06:16 PM IST

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