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अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना की वैक्सीन मरीजों को बचाने में 94.5 प्रतिशत असरदार है. कंपनी ने सोमवार, 16 नवंबर को दावा किया है कि यह वैक्सीन 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान में 30 दिनों तक सुरक्षित रह सकती है. एक स्टैंडर्ड होम या मेडिकल रेफ्रिजेरेटर का यही तापमान होता है.
एक हफ्ते पहले वैक्सीन निर्माता फाइजर की ओर से जारी बयान में पता चला था कि कोरोना के खिलाफ 90 प्रतिशत से अधिक प्रभावी उसकी वैक्सीन के भंडारण यानी स्टोरेज और परिवहन में चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा.
अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोगों के विशेषज्ञ एंथोनी फौसी ने मॉडर्ना के परिणामों को असरदार बताया है. फौसी ने कहा कि अमेरिका दिसंबर तक अपनी उस आबादी का टीकाकरण शुरू कर सकता है, जिसे कोरोना से ज्यादा रिस्क है.
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के सहयोग से बनाई गई मॉडर्ना की वैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल में 30,000 पार्टिसिपेंट्स जुड़े हुए हैं.
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के सहयोग से बनाई गई मॉडर्ना की वैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल में 30,000 पार्टिसिपेंट्स जुड़े हुए हैं.
वहीं, रूस के रिसर्च सेंटर की स्पुतनिक वी वैक्सीन का असर 92 प्रतिशत रहने का दावा किया गया है. अमेरिका की एक और दवा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने कोविड-19 की रोकथाम के लिए अपनी वैक्सीन के दो डोज के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू कर दिया है.
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