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भारत में कोरोना के तेजी से फैलने का सबसे बड़ा कारण डबल म्यूटेंट को बताया जा रहा है. जो भारत में ही कोरोना का एक नया म्यूटेशन है. लेकिन अब भारत का ये वैरिएंट दुनिया के कई देशों तक पहुंच चुका है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ये जानकारी दी है. डब्ल्यूएचओ ने बताया है कि भारत का ये कोरोना म्यूटेंट दुनिया के करीब एक दर्जन से भी ज्यादा देशों तक पहुंच चुका है.
भारत के इस डबल म्यूटेंट को B.1.617 नाम दिया गया है. बताया गया है कि इस तरह का म्यूटेंट सबसे पहले भारत में पाया गया, इसीलिए इसे भारतीय म्यूटेंट कहा जा रहा है. WHO ने बताया है कि 17 देशों में इस वैरिएंट की पुष्टि हुई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से बताया गया है कि इन 17 देशों में करीब 1200 अलग-अलग सीक्वेंस देखे गए. जिनमें ज्यादातर भारत, यूके, यूएस और सिंगापुर के थे. इससे पहले डब्ल्यूएचओ ने भारत के इस म्यूटेंट को चिंता का विषय बताया था. जिसके बाद कहा गया था कि ये डबल म्यूटेंट वायरस के असली रूप की तुलना में ज्यादा खतरनाक है और तेजी से संक्रमण फैलाने का काम करता है.
बता दें कि भारत में कोरोना तेजी से फैल रहा है और रोजाना हजारों लोगों की मौत हो रही है. हाल ये हैं कि अस्पतालों में बेड मिलना मुश्किल हो रहा है और ऑक्सीजन की किल्लत है. ऐसे में तमाम एक्सपर्ट भारत के डबल म्यूटेंट को ही इसका जिम्मेदार मान रहे हैं. हालांकि अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि इसी म्यूटेंट की वजह से भारत में कोरोना की स्थिति ये हुई है.
देश में पिछले कई दिनों से रोजाना 3 लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. वहीं मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है. दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश जैसे कई राज्य पूरी तरह से कोरोना की चपेट में हैं.
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