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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और देश के शीर्ष मेडिकल एक्सपर्ट एंथनी फाउची ने कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट के बारे में चेतावनी दी है, जो पहली बार भारत में सामने आया था.
अमेरिका के राष्ट्रीय एलर्जी और संक्रामक रोग संस्थान के निदेशक फाउची ने कहा है कि डेल्टा वेरिएंट अब देश में सिक्वेंस होने वाले मामलों में से 6 फीसदी से ज्यादा के लिए जिम्मेदार है. हालांकि, वास्तविक संख्या ज्यादा होने की आशंका है, क्योंकि अमेरिका मामलों के एक सीमित हिस्से की ही जेनेटिक सिक्वेंसिंग कर रहा है.
डेल्टा वेरिएंट यूके में प्रमुख स्ट्रेन बन गया है, जो अनुमानित तौर पर 60 फीसदी नए मामलों के लिए जिम्मेदार है. फाउची ने कहा, यह अब अल्फा स्ट्रेन से ज्यादा संक्रामक है, जिसे पहली बार यूके में पहचाना गया था, और 12 से 20 साल की उम्र के युवाओं में ट्रांसमिशन चरम पर है.
बता दें कि ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने रविवार को कहा था कि कोरोना वायरस का डेल्टा या B.1.617.2 वेरिएंट अल्फा या तथाकथित केंट वेरिएंट (वीओसी) से 40 फीसदी ज्यादा संक्रामक है.
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