Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Coronavirus Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019भारत में अगले साल तक सिंगल शॉट वैक्सीन लॉन्च कर सकती है मॉडर्ना

भारत में अगले साल तक सिंगल शॉट वैक्सीन लॉन्च कर सकती है मॉडर्ना

मॉडर्ना का दावा- 12-17 साल के बच्चों पर कारगर है वैक्सीन, मंजूरी का इंतजार

क्विंट हिंदी
कोरोनावायरस
Updated:
i
null
null

advertisement

दुनियाभर में कोरोना वायरस का असर कम करने के लिए वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है. भारत में भी पिछले कई महीनों से वैक्सीनेशन जारी है. हालांकि वैक्सीन की कमी कोलेकर कई शिकायतें आ रही हैं. इसी बीच अमेरिकी वैक्सीन कंपनी मॉडर्ना ने बताया है कि अगले साल की शुरुआत तक वो भारत में सिंगल डोज वैक्सीन लॉन्च कर सकती है. इसके लिए सिप्ला समेत अन्य भारतीय कंपनियों से बातचीत जारी है.

मॉडर्ना वैक्सीन देने के लिए तैयार?

न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि, वैक्सीन को लेकर अमेरिका की दूसरी बड़ी वैक्सीन कंपनी फाइजर भी भारत को बड़ी मात्रा में सप्लाई कर सकती है. इसके मुताबिक फाइजर इस साल तक भारत को 5 करोड़ वैक्सीन डोज देने के लिए तैयार है. हालांकि वो कुछ नियमों में छूट चाहती है. जिसमें बीमा आदि के नियम शामिल हैं.

रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत सरकार से बातचीत में मॉडर्ना पहले ही ये साफ कर चुकी है कि इस साल वो वैक्सीन देने की स्थिति में नहीं है. कंपनी के पास पहले ही तमाम देशों के ऑर्डर हैं, जिन्हें उसे पूरा करना है. इसीलिए अगले साल तक ही मॉडर्ना भारत में वैक्सीन की सप्लाई कर पाएगी. जिसमें सिंगल डोज शॉट भी शामिल हो सकता है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

12-17 साल के बच्चों पर वैक्सीन कारगर- मॉडर्ना

इसी बीच मॉडर्ना ने बच्चों के लिए अपनी वैक्सीन के कारगर होने का बड़ा दावा किया है. कंपनी का दावा है कि वैक्सीन बच्चों पर 80 फीसदी से ज्यादा कारगर है. इसके लिए 12 से 17 साल तक के बच्चों पर ट्रायल किया गया था. अब मॉडर्ना को इसके इस्तेमाल के लिए अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर की मंजूरी का इंतजार है. इससे पहले अमेरिका में फाइडर एन बायोटेक की वैक्सीन बच्चों को लगाई जा रही है.

वैक्सीन को लेकर राज्यों की केंद्र से अपील

बता दें कि भारत में वैक्सीन की कमी को लेकर विवाद जारी है. कई राज्य सरकारें लगातार केंद्र से मांग कर रही हैं कि वैक्सीन के लिए विदेशों से सीधे केंद्र ही बात करे. लेकिन केंद्र सरकार ने फिलहाल पूरा मामला राज्यों पर छोड़ दिया है. कई राज्यों ने इसके लिए ग्लोबल टेंडर भी जारी किए हैं, लेकिन इसका कोई फायदा होता नजर नहीं आ रहा है. फिलहाल तमाम लोगों और राज्यों की नजर केंद्र पर है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 25 May 2021,09:14 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT