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विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने सोमवार को कहा कि संगठन भारत बायोटेक से कोवैक्सिन पर ‘एक अतिरिक्त जानकारी’ की उम्मीद कर रहा था, जिसकी जांच डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों द्वारा आपातकालीन उपयोग सूची (EUL) के लिए की जा रही है.
इस जानकारी मिलने की उम्मीद जल्द ही की जा रही है.
WHO ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा है कि इमरजेन्सी यूज के लिस्टिंग होना इस बात पर निर्भर था कि कितनी जल्दी वैक्सीन मैन्युफैक्चर होती है.
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि हम जानते हैं कि बहुत से लोग Covaxin को COVID-19 इमरजेंसी उपयोग की सूची में शामिल होने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन आपातकालीन उपयोग के लिए किसी उत्पाद की सिफारिश करने से पहले, हमें अच्छी तरह से यह मूल्यांकन करना चाहिए कि यह सुरक्षित है या नहीं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक Covaxin निर्माता कंपनी भारत बायोटेक, रोलिंग के आधार पर WHO को डेटा सबमिट कर रही है. विशेषज्ञों के द्वारा इन आंकड़ों की समीक्षा की गयी है. WHO कंपनी से अतिरिक्त जानकारी की उम्मीद कर रहा है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक भारत बायोटेक, हैदराबाद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि WHO सामान्य प्रतीक्षा प्रक्रिया का पालन कर रहा था और कंपनी वो सभी जानकारी प्रदान कर रही थी, जो संगठन के द्वारा मांगी गयी.
रविवार को WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा कि 26 अक्टूबर को टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप Covaxin के लिए EUL (Emergency Use Listing) पर विचार करने के लिए बैठक करेगा. उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ डोजियर पूरा करने के लिए भारत बायोटेक के साथ मिलकर काम कर रहा है.
सौम्या स्वामीनाथन ने आगे कहा कि हमारा लक्ष्य है कि इमरजेंसी उपयोग के लिए स्वीकृत टीकों का एक पोर्टफोलियो का विस्तार करना है और साथ ही हमारा उद्देश्य है कि हर जगह आबादी तक पहुंच का विस्तार हो सके.
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