advertisement
वायरोलॉजिस्ट शाहिद जमील ने देश के जीनोम सिक्वेंसिंग के काम में समन्वय करने वाले वैज्ञानिक सलाहकार ग्रुप, इंडियन SARS-COV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टिया (INSACOG) के प्रमुख के तौर पर इस्तीफा दे दिया है.
अभी तक जमील के इस्तीफे के पीछे की स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है. हालांकि, कोरोना वायरस महामारी के दौरान पिछले कुछ वक्त में वह सरकार के रुख की आलोचना करते दिखे थे, खासकर दूसरी लहर के दौरान. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या उन्होंने सरकार के रुख के चलते ही इस्तीफा दिया है?
उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स में छपे अपने एक आर्टिकल में, टेस्टिंग और आइसोलेशन बढ़ाने, और ज्यादा अस्थायी सुविधाएं बनाकर हॉस्पिटल बेड्स की संख्या में बढ़ोतरी करने, अहम दवाओं और ऑक्सीजन के लिए सप्लाई चेन को मजबूत करने की जरूरत पर जोर दिया था.
इसके अलावा उन्होंने लिखा था, ''डेटा के आधार पर फैसला लेना अभी तक एक और दुर्घटना है, क्योंकि भारत में महामारी नियंत्रण से बाहर हो गई है. हम जिस मानवीय कीमत को झेल रहे हैं, वो एक स्थायी निशान छोड़ जाएगी.''
जमील ने ऑक्सीजन सप्लाई के प्रबंधन के लिए एक टास्क फोर्स नियुक्त करने के सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले की भी आलोचना की थी. उन्होंने कहा था, ''यह वाकई दुर्भाग्यपूर्ण है. हमारे पास डॉक्टरों की कमी है और हमने अपने कुछ बेहतरीन डॉक्टरों से ऑक्सीजन-ऑक्सीजन खेलने के लिए कहा है...ये अच्छे डॉक्टर दवा के बारे में तो जानते हैं, लेकिन ऑक्सीजन सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक्स के बारे में क्या जानते हैं?''
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)